सीएम हेमंत सोरेन 15 अगस्त को करेंगे जसीडीह पावर ग्रिड का ऑनलाइन उद्घाटन, इलेक्ट्रिकल क्लियरेंस का इंतजार

देवघर : 15 अगस्त को सीएम हेमंत सोरेन रांची से कुमैठा स्थित जसीडीह पावर ग्रिड का ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे. इस संदर्भ में जेयूएसएनएल के प्रबंध निदेशक केके वर्मा ने चार अगस्त को पत्र जारी करते हुए जोन-टू के महाप्रबंधक सहित दूसरे अन्य जोन के विद्युत संचरण अधिकारियों को तैयारी करने का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी ओर ग्रिड को अब भी इलेक्ट्रिकल क्लियरेंस का इंतजार है. हालांकि प्रबंध निदेशक का निर्देश मिलने के बाद से संचरण प्रक्षेत्र दुमका के महाप्रबंधक सहित टीम के अन्य पदाधिकारी व कर्मी रेस हो गये हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2020 1:40 PM

देवघर : 15 अगस्त को सीएम हेमंत सोरेन रांची से कुमैठा स्थित जसीडीह पावर ग्रिड का ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे. इस संदर्भ में जेयूएसएनएल के प्रबंध निदेशक केके वर्मा ने चार अगस्त को पत्र जारी करते हुए जोन-टू के महाप्रबंधक सहित दूसरे अन्य जोन के विद्युत संचरण अधिकारियों को तैयारी करने का निर्देश दिया है. वहीं दूसरी ओर ग्रिड को अब भी इलेक्ट्रिकल क्लियरेंस का इंतजार है. हालांकि प्रबंध निदेशक का निर्देश मिलने के बाद से संचरण प्रक्षेत्र दुमका के महाप्रबंधक सहित टीम के अन्य पदाधिकारी व कर्मी रेस हो गये हैं.

मिली जानकारी के अनुसार ग्रिड निर्माण का 95 फीसदी काम पूरा हो गया है तथा फाइनल टच दिया जाना बाकी है. उससे पूर्व इलेक्ट्रिकल क्लियरेंस नहीं मिलने से ग्रिड व ट्रांसफार्मर को चार्ज नहीं किया जा सका है. बतातें चलें कि पूरे झारखंड को पांच जोन में विभक्त किया गया है. जोन-टू में संचरण प्रक्षेत्र, दुमका आता है.

विभागीय सूत्रों की मानें तो किसी भी ग्रिड सबस्टेशन या पावर सब स्टेशन को चालू करने से पहले इलेक्ट्रिकल इंजीनियर से इलेक्ट्रिकल क्लियरेंस लेना जरूरी होता है. इसके लिए योजना मद से ऊर्जा विभाग में फीस डिपोजिट करनी पड़ती है. कुमैठा स्थित जसीडीह पावर ग्रिड को इलेक्ट्रिकल क्लियरेंस के लिए एक मोटी रकम फीस के तौर पर कार्यालय में जमा हो चुका है. एक से दो दिनों में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर द्वारा जसीडीह ग्रिड का निरीक्षण कर क्लियरेंस देने की संभावना है.

विभागीय जानकारी के अनुसार मदनपुर (दुमका) ग्रिड से जसीडीह ग्रिड तक 75 किमी तक 220 केवी ट्रांसमिशन लाइन जोड़ दिया गया है. ग्रिड की क्षमता 400 एमवीए व लागत 137 करोड़ है. इससे जसीडीह, मधुपुर, देवीपुर, घोरमारा में उपभोक्ताओं को लाभ होगा, जबकि जसीडीह पावर ग्रिड से वाया गिरिडीह ग्रिड तक 77 किमी 220 केवी क्षमता के ट्रांसमिशन लाइन बनाये गये हैं. ग्रिड की क्षमता 400 एमवीए है, इससे गिरिडीह जिले में झारखंड अपनी बिजली आपूर्ति कर सकेगा.

गिरिडीह से जमुआ व गिरिडीह से सरिया तक दो-दो सर्किट में बिजली पहुंचायी गयी है. जमुआ व सरिया ग्रिड की क्षमता 100-100 एमवीए है. दोनों जगह बिजली पहुंच जाने से सरिया प्रखंड व आसपास तथा जमुआ प्रखंड व आसपास के इलाकों में निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी. गोड्डा को भी मदनपुर ग्रिड से बिजली मिलनी है, जो दूसरे माध्यम से पहले से मिल रही है. वहीं मधुपुर को जसीडीह ग्रिड से वैकल्पिक बिजली मिल सकेगी. फिलहाल जामताड़ा से बिजली मिल रही है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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