सारवां एवं चितरा से 13 साइबर क्रिमिनल गिरफ्तार, 58 सिम कार्ड समेत अन्य सामान बरामद

Jharkhand news, Deoghar news : देवघर जिला अंतर्गत सारवां थाना क्षेत्र के चरघारा गांव और चितरा थाना क्षेत्र के आसनबनी गांव में छापेमारी कर पुलिस ने 13 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार इन साइबर क्रिमिनल के पास से 37 मोबाइल सहित 58 सिमकार्ड, 14 एटीएम कार्ड, 8 पासबुक, 2 चेकबुक व एक बाइक बरामद किया गया. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा द्वारा गठित अलग-अलग 2 टीमों ने साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 2, 2020 6:02 PM

Jharkhand news, Deoghar news : देवघर : देवघर जिला अंतर्गत सारवां थाना क्षेत्र के चरघारा गांव और चितरा थाना क्षेत्र के आसनबनी गांव में छापेमारी कर पुलिस ने 13 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार इन साइबर क्रिमिनल के पास से 37 मोबाइल सहित 58 सिमकार्ड, 14 एटीएम कार्ड, 8 पासबुक, 2 चेकबुक व एक बाइक बरामद किया गया. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा द्वारा गठित अलग-अलग 2 टीमों ने साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है.

इस संबंध में सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी श्री सिन्हा ने कहा कि पहली छापेमारी डीएसपी मुख्यालय मंगल सिंह जामुदा एवं इंस्पेक्टर अमोद नारायण सिंह के नेतृत्व में चितरा के आसनबनी गांव में की गयी. वहां से सजन बाउरी, कालेश्वर बाउरी, सूरज बाउरी, प्रदुम्न कुमार मंडल, कुंदन भंडारी, संजय मंडल, शिवनारायण मंडल, तारू मंडल एवं जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र के शांतिपुर गांव निवासी संदीप कुमार मंडल को गिरफ्तार किया.

दूसरी छापेमारी टीम का नेतृत्व सारठ एसडीपीओ अमोद नारायण सिंह एवं साइबर थाने के इंस्पेक्टर कलीम अंसारी कर रहे थे. इस टीम ने सारवां के चरघारा गांव से 4 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया, जिसमें चंदन कुमार दास, ललन कुमार दास, मंटू दास एवं नुनुदेव दास शामिल है. एसपी ने कहा इन सभी का आपराधिक इतिहास का पता कराया जा रहा है. कोई रिकॉर्ड मिलने पर कोर्ट को अवगत कराया जा सके, ताकि इन सबों को बेल नहीं मिले.

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अलग-अलग तरीके से झांसे में ग्राहकों को लेकर देते हैं ठगी को अंजाम

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल ने पूछताछ में बताया कि ठगी कांड में ये सभी अलग-अलग तरीके अपनाते हैं. फर्जी नंबर से फर्जी बैंक अधिकारी बनकर आमलोगों को एटीएम बंद होने एवं चालू कराने की बात कहकर विश्वास में लेते हैं. इसके बाद ग्राहकों से ओटीपी पूछकर एकाउंट से रुपये उड़ा लेते हैं. फोन-पे, पेटीएम में मनी रिक्वेस्ट भेजकर ओटीपी पूछ लेते हैं और ठगी करते हैं. केवाईसी अपडेट करने का भी झांसा देकर भी आमलोगों से ओटीपी पूछ लेते हैं या आधार लिंक कराने का झांसा देकर आधार नंबर पूछ लेते हैं और रुपये उड़ाते हैं.

इसके अलावे गूगल पर विभिन्न प्रकार के वॉलेट्स एवं बैंक के फर्जी कस्टमर केयर नंबर का विज्ञापन देकर अपना नंबर फिट करते हैं. मदद के नाम पर लोगों को झांसा देकर उनसे एकाउंट सबंधी जानकारी लेने के बाद साइबर ठगी करते हैं. वहीं, टीम व्यूवर व क्विक स्पोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल करवाकर गूगल पर मोबाइल का 4 डिजिट खोजते हैं और 6 डिजिट खुद से एड कर ग्राहकों को फोन करते हैं. ग्राहकों से उनके बैंक एकाउंट सबंधी जानकारी लेकर रुपये उड़ाते हैं.

आरोपियों की अवैध संपत्ति का पता कर जब्ती की होगी कार्रवाई

एसपी श्री सिन्हा ने कहा स्टेप बाय स्टेप कार्रवाई की जा रही है. इन साइबर क्रिमिनल को जेल भेजने के बाद अनुसंधान में साक्ष्य जुटाकर इनलोगों को कोर्ट से सजा दिलवायी जायेगी. फिर साइबर की अवैध कमायी से बनायी गयी इन सभी की संपत्ति जब्त कराने की भी कार्रवाई करायी जायेगी.

छापेमारी टीम में ये थे शामिल

छापेमारी टीम में साइबर थाने के इंस्पेक्टर होनहागा, पीएसआई सुमन कुमार, शैलेश कुमार पांडेय, प्रेम प्रदीप कुमार, रूपेश कुमार, कपिलदेव यादव, गौरव कुमार, मो अफरोज, गौतम कुमार वर्मा, गुरूदयाल सबर, कपिलदेव यादव, संगीता रजवार, पुलिसकर्मी सपन कुमार मंडल, प्रेमसागर पंडित, मंगल टुडू, जयराम पंडित, रंजन कुमार दास, विजय कुमार मंडल, सोमलाल मुर्मू, वरुण कुमार दरवे, रतन दुबे, रोहित सिंह, अशोक कुमार ठाकुर, इमानुएल मरांडी, श्यामपद सिंह व सामुएल मुर्मू शामिल थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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