देवघर: जसीडीह स्टेशन पर ट्रेन का इंजन जोड़ने के दौरान दबा रेलकर्मी, मौत

देवघर: जसीडीह रेलवे स्टेशन पर अंडाल-जसीडीह-बांका पैसेंजर ट्रेन में इंजन जोड़ने के दौरान शंटिंग मैन रंजीत बाउरी (48) दब गये, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. मृतक पश्चिम बंगाल अंतर्गत वर्द्धमान जिले के थाना रोड कुल्टी के रहनेवाले थे. यह घटना सुबह करीब 11:20 बजे की है. अप अंडाल-जसीडीह-बांका पैसेंजर (73539 ) ट्रेन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 30, 2018 10:30 AM
देवघर: जसीडीह रेलवे स्टेशन पर अंडाल-जसीडीह-बांका पैसेंजर ट्रेन में इंजन जोड़ने के दौरान शंटिंग मैन रंजीत बाउरी (48) दब गये, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. मृतक पश्चिम बंगाल अंतर्गत वर्द्धमान जिले के थाना रोड कुल्टी के रहनेवाले थे.
यह घटना सुबह करीब 11:20 बजे की है. अप अंडाल-जसीडीह-बांका पैसेंजर (73539 ) ट्रेन करीब 10:52 बजे जसीडीह स्टेशन आयी. इसके बाद जसीडीह में कार्यरत शंटिंग मैन शंकर महतो व रंजीत बाउरी ने कालका इंड की तरफ से इंजन खोलने के बाद हावड़ा इंड की ओर जोड़ने लगे. उसी दौरान बोगी व इंजन के बीच शंटिंग मैन रंजीत दब गया. इससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. इसकी सूचना पाकर स्टेशन मैनेजर एसके मंडल व अन्य रेलकर्मी भी वहां पहुंचे.
इंजन चालक की लापरवाही बताते हुए परिजनों ने की कार्रवाई की मांग
घटना के बारे में शंटिंग मैन शंकर महतो व अन्य रेलकर्मियों ने बताया कि रंजीत के साथ मिलकर वे लोग इंजन जोड़ने लगे. इंजन के चालक मलायन बनर्जी व सहायक चालक जीतेंद्र दास को लाल झंडी दिखा कर इंजन को धीरे-धीरे लाने का इशारा कर रहे थे.
लेकिन चालक झंडी को नहीं देख सका और इंजन को वह पीछे लाता रहा. इससे रंजीत इंजन व बोगी के बीच में दब गया और उसकी वहीं मौत हो गयी. घटना की जानकारी पाकर रंजीत की पत्नी शिखा बाउरी अपने छह वर्षीय पुत्र तन्मय बाउरी समेत परिजनों के साथ घटनास्थल पहुंची. रंजीत का शव देखकर पत्नी समेत परिजन विलाप करने लगे. रेलवे ट्रेक पर खड़ा होकर परिजन इंजन चालक की लापरवाही बताते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे. इस क्रम में जसीडीह आरपीएफ और जीआरपी द्वारा परिजनों को समझाया-बुझाया गया.
20 साल से संथाली गांव में रह रहा था रंजीत
रंजीत की पत्नी शिखा ने बताया कि वे लोग करीब 20 साल से जसीडीह के संथाली गुलजारबाग मुहल्ले में किराये पर रह रहे हैं. जसीडीह रेल पुलिस ने रंजीत के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
परिजनों ने जो आरोप लगाया है, उसकी जांच की जायेगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
– राहुल रंजन, पीआरओ, आसनसोल डिविजन

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