Chaibasa News : ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त, जाम से जूझ रहे लोग
चक्रधरपुर में ट्रैफिक की व्यवस्था नहीं है. जिला प्रशासन की ओर की ओर से सड़क सुरक्षा समिति की बैठक होती है, पर चक्रधरपुर में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं होती है.
चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर में ट्रैफिक की व्यवस्था नहीं है. जिला प्रशासन की ओर की ओर से सड़क सुरक्षा समिति की बैठक होती है, पर चक्रधरपुर में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं होती है. शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर ट्रैफिक जवानों की तैनाती नहीं है. इस कारण सड़क पर रोज जाम लगता है. इससे शहरवासी परेशान रहते हैं. खासकर स्कूली बच्चे, महिलाएं और मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आबादी के साथ-साथ शहर में वाहनों की संख्या में लगातार बढ़ रही है. सड़कों का चौड़ीकरण भी नहीं किया गया. चक्रधरपुर के पवन चौक, भगत सिंह चौक पर जाम से निपटने के लिए पुलिस जवान तैनात रहते हैं, इससे ट्रैफिक व्यवस्था में कोई सुधार नहीं है.पार्किंग सुविधा नहीं होने से लगता है जाम
चक्रधरपुर नगर परिषद का गठन हुए सौ साल से अधिक हो गये हैं. आज तक नगर परिषद की ओर से स्थायी बस पड़ाव का निर्माण नहीं किया गया है. बस पड़ाव नहीं होने से ट्रैफिक व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे बसें सड़क पर कहीं भी रुक जाती है. इससे जाम लग जाता है. इससे अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. चक्रधरपुर के एलआइसी कार्यालय के समक्ष और चेकनाका के पास नगर परिषद की ओर से दो बस पड़ाव बनाये गये हैं. लेकिन यहां बसों का ठहराव नहीं के बराबर होता है. बसों के ठहराव नहीं होने से यात्री नहीं के बराबर आते है. अवैध रूप से पवन चौक, हनुमान चौक, नगर परिषद कार्यालय के समक्ष बसों का ठहराव किया जाता है. इससे आम जनजीवन प्रभावित होता है.
नो पार्किग जोन में खड़े रहते हैं सैकड़ों वाहन
नगर परिषद की ओर से शहर के पवन चौक, भगत सिंह चौक, बाटा रोड, चेकनाका समेत कई स्थानों पर नो पार्किंग जोन बनाया है. इन स्थानों पर सबसे अधिक दो पहिया व चार पहिया वाहन खड़े रहते हैं. टोटो व टैंपो स्टैड नहीं होना जाम का सबसे बड़ा कारण है. टोटो व टेंपो से ट्रैफिक व्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है. शहरवासियों ने नगर परिषद व प्रशासन से शहर में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है.
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