Chaibasa News : तीन गेस्ट शिक्षक के भरोसे विभाग विद्यार्थियों की संख्या 500 से अधिक
कोल्हान विवि. तीन साल से बिना विभागाध्यक्ष के चल रहा टीआरएल विभाग
चाईबासा. लंबे आंदोलन के बाद आदिवासी बहुल क्षेत्र चाईबासा में उच्च शिक्षा के उद्देश्य से कोल्हान विश्वविद्यालय स्थापित किया गया. विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर ट्राइबल रिजनल लैंग्वेज विभाग (टीआरएल) महत्वपूर्ण विभाग है. वर्तमान में यह विभाग बिना विभागाध्यक्ष के संचालित किया जा रहा है. सरकार ने अभी तक कोई सुधि नहीं ली है. 2022 तक विभागाध्यक्ष पदस्थापित थे. इसके बाद से विभाग बिना विभागाध्यक्ष के चल रहा है. समय के साथ विभाग में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है. विभाग में एक भी स्थायी शिक्षक नहीं हैं. यह उच्च शिक्षा के साथ खिलवाड़ बताया जा रहा है.
अभी तक पद का सृजन नहीं
कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत 19 कॉलेजों में टीआरएल विभाग के लिए पद सृजन नहीं किया जा सका है. हालांकि विश्वविद्यालय द्वारा इसका रोस्टर बनाकर झारखंड सरकार के एचआरडी विभाग को सौंपा गया है. इस विषय पर राज्य सरकार ने सहमति तो दी पर उसके बाद सारा मामला फिर से खटायी में पड़ गयी है.
2009 में विभाग का शुभारंभ हुआ था
केयू के 23 विभागों में टीआरएल विभाग का शुभारंभ वर्ष 2009 में हुआ था. 2009 में जहां विद्यार्थियों की संख्या 200 थी, आज वह बढ़कर एक सत्र में 500 पहुंच चुकी है. ना तो सरकार और ना ही प्रबंधन ने इस दिशा में कोई कदम उठाया है. मात्र तीन गेस्ट शिक्षक के भरोसे विभाग चल रहा है. इस विभाग में एक भी स्थाई शिक्षक का नहीं होना उच्च शिक्षा के साथ मजाक बताया जा रहा है.
– विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर टीआरएल विभाग एवं विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों के पद सृजन की जानकारी सरकार को उपलब्ध करा दी गयी है .पद का सृजन सरकारी स्तर से ही होगा.– डॉ अशोक कुमार झा,
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