Chaibasa News : हाथियों से नुकसान पर देर से मिलता है मुआवजा : ग्रामीण
जगन्नाथपुर के बुढ़ाकमान में शुक्रवार को वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति के अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया के नेतृत्व में बैठक हुई.
जगन्नाथपुर.
जगन्नाथपुर के बुढ़ाकमान में शुक्रवार को वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति के अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया के नेतृत्व में बैठक हुई. इसमें वनरक्षी भी पहुंचे. ग्रामीणों ने कहा कि जंगली हाथियों से आये दिन फसल व जान-माल को नुकसान हो रहा है. विभाग से मुआवजा देर से मिलता है. वनरक्षी ने कहा, क्षति होने पर आवेदन जरूरी है. आवेदन के साथ फोटो, खतियान, मालगुजारी रसीद, कुर्सी नामा, आधार कार्ड, पासबुक अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि अंचल कार्यालय में सत्यापन में काफी देर होती है.सम्मानजनक मुआवजा दे सरकार रुकेगा पलायन
जिप सदस्य ने कहा कि वन जीवों को जीने का अधिकार है. पहले इतनी संख्या में जंगली हाथी नहीं दिखते थे. विभिन्न कंपनियां सारंडा जंगल में खदानों की वजह से वनों को नष्ट कर रही हैं. इससे जंगली हाथी गांव की ओर आ रहे हैं. अगर जंगली हाथियों से फसलों के नुकसान होने पर सम्मानजनक मुआवजा मिलता है, तो दिक्कत नहीं है. फसल के साथ मकान व जान-माल को नुकसान होना गंभीर मामला है. सरकार से मिलने वाला मुआवजा कम है. मुआवजा में बढ़ोतरी की मांग लगातार हो रहा है. जान की क्षति होने पर 50 लाख व सरकारी नौकरी, मकान क्षति होने पर 10 लाख, फसल नुकसान होने पर 01 लाख रुपये मुआवजा राशि दी जाये. इससे पलायन कम होगा.सब्जी किसानों की संख्या हुई कम कर रहे पलायन
जिप सदस्य ने कहा कि हाथी प्रभावित क्षेत्र में सब्जी की खेती करने वाले कम हो गये हैं. सब्जी बागान को नुकसान की भरपाई नहीं होती है. सब्जी किसान पलायन कर रहे हैं. वनरक्षी ने बूढ़ाकमान में 04 टॉर्च, 04 पैकेट पटाखा, जुगीनंदा में 01 टॉर्च, 01 पॉकेट पटाखा, सोसोपी में 02 टॉर्च, दो पॉकेट पटाखा, तोन्डागहातु में 01 टॉर्च व एक पॉकेट पटाखा एवं कुदाहातु में 01 टॉर्च 01 पॉकेट पटाखा का वितरण किया. इस अवसर पर गंगाराम सिंकु, भूषण तिरिया, सचिव तिरिया, मोनो बोबोंगा, चन्द्र मोहन तिरिया, अरुण पुरती, कोलंबस तिरिया, उदित नारायण गागराई व वनरक्षी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
