यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडलिस्ट आशना परासर का क्या है सपना ?

बोकारो (सुनील तिवारी) : बेटियां देश का मान-सम्मान व गौरव बढ़ाती हैं. इसलिए समाज को बेटे व बेटियों में फर्क नहीं करना चाहिए. बेटियां परिवार की प्रतिष्ठा को बढ़ा रही हैं. ऐसी ही एक बेटी है चास की आशना परासर. आइएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी-देहरादून ने सोमवार को लगातार दस सेमेस्टर में टॉपर रहने पर चास की बेटी आशना पराशर को 'यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल' प्रदान किया. आशना परासर जज बनना चाहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2020 8:54 AM

बोकारो (सुनील तिवारी) : बेटियां देश का मान-सम्मान व गौरव बढ़ाती हैं. इसलिए समाज को बेटे व बेटियों में फर्क नहीं करना चाहिए. बेटियां परिवार की प्रतिष्ठा को बढ़ा रही हैं. ऐसी ही एक बेटी है चास की आशना परासर. आइएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी-देहरादून ने सोमवार को लगातार दस सेमेस्टर में टॉपर रहने पर चास की बेटी आशना पराशर को ‘यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल’ प्रदान किया. आशना परासर जज बनना चाहती है.

आशना बैचलर ऑफ आर्ट्स एंड बैचलर ऑफ लॉ (ऑनर्स) 2015-20 की छात्रा है. सभी सेमेस्टर में टॉप करने वाली पहली छात्रा बनकर आशना परासर ने इतिहास रच दिया है. वह पिछले 5 साल से देहरादून में पढ़ाई कर रही थी. आशना परासर को अब एलएलबी की डिग्री गोल्ड मेडल के साथ मिल गयी है. आशना ने बताया कि जज बनने के बाद समाज से महिला उत्पीड़न को खत्म करना पहली प्राथमिकता होगी.

शिवपुरी कॉलोनी, योधाडीह मोड़, वार्ड-18 चास निवासी आशना परासर समाजसेवी व पूर्व मेयर प्रत्याशी अजय राय व पूजा सिंह की पुत्री है. माता-पिता ने बताया कि दिसंबर 2020 में बिहार में हो रहे ज्यूडिशियरी की परीक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट आशना बैठेगी. इसके बाद एमपी, दिल्ली व राजस्थान की परीक्षा की तैयारी है. पिता ने कहा कि बेटी को क्लास 10वीं से ही जज बनाने का सपना था. लगन व कठिन परिश्रम से सपना सच होने के करीब है.

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माता-पिता ने बताया कि बेटी आशना ने अपना कैरियर खुद चुना. यह सब उसकी मेहनत का नतीजा है. माता-पिता को चाहिए कि वह बच्चों का अपना कैरियर चुनने की आजादी दें. आजकल बेटियां किसी भी रूप में बेटों से पीछे नहीं हैं. बेटा-बेटी में फर्क समझना अज्ञानता है. मेरा मानना है कि बेटा तो एक घर को रोशन करता है, पर बेटियां दो घरों का मान बढ़ाती हैं. नवरात्र में मां दुर्गा के आशीर्वाद से बेटी ने घर-परिवार के साथ-साथ चास-बोकारो व झारखंड का मान बढ़ाया है. हमें अपनी बेटी का गर्व है.

प्रोफाइल

नाम : आशना परासर

10वीं बोर्ड : एमजीएम-04 (96.0 प्रतिशत)

12वीं बोर्ड : एमजीएम-04 (98.4 प्रतिशत)

बैचलर ऑफ आर्ट्स

बैचलर ऑफ लॉ (ऑनर्स) : आइएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी-देहरादून

पिता : अजय राय (समाजसेवी व पूर्व मेयर प्रत्याशी-चास)

मां : पूजा सिंह (गृहिणी)

पता : शिवपुरी कॉलोनी, योधाडीह मोड़, वार्ड-18, चास

सपना : जज बनना

Posted By : Guru Swarup Mishra

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