Bokaro News : केवि बोकारो थर्मल की शिक्षिका स्कूल एसेंबली में अचेत होकर गिरी

Bokaro News : प्राचार्य के खिलाफ शिकायत के बाद प्रताड़ना का लगाया आरोप

By MANOJ KUMAR | December 5, 2025 12:59 AM

Bokaro News : प्रतिनिधि, बोकारो थर्मल. बोकारो थर्मल स्थित केंद्रीय विद्यालय की वरीय शिक्षिका सारिका रानी गुरुवार को स्कूल एसेंबली के दौरान सुबह लगभग सवा आठ बजे अचेत होकर गिर पड़ी. आनन-फानन में उनके पति और स्कूल के वरीय शिक्षक शशि रंजन सहित अन्य शिक्षकों ने उन्हें इलाज के लिए डीवीसी हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉ एस साहा ने इलाज किया और बताया कि शिक्षिका का बीपी काफी बढ़ा हुआ रहने के कारण ही इस प्रकार की समस्या हुई है. चिकित्सक ने उन्हें तनाव नहीं लेने की सलाह दी है.

हॉस्पिटल में इलाज के दौरान ही शिक्षिका ने स्कूल के प्राचार्य डॉ बीआर डे पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. कहा कि उन्होंने प्राचार्य के खिलाफ सीवीसी दिल्ली को मई एवं नवंबर 2025 में दो बार शिकायत की है, जिसमें उनको प्रताड़ित करने, वरीयता का ख्याल नहीं रखने, अवैध तरीके से केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक के आवास में रहने, डीवीसी को बिजली का बिल भुगतान नहीं करने सहित कई आरोप लगाये थे. शिकायत के आधार विगत 18 नवंबर को केंद्रीय विद्यालय के सहायक कमिश्नर मामले की जांच करने बोकारो थर्मल स्थित स्कूल पहुंचे थे और जांच की. जांच के दौरान ही स्कूल की चार शिक्षिकाओं ओमिता सिंह, दीपिका तिर्की, बेला तिर्की व पूनम तिर्की ने भी प्राचार्य पर आरोप लगाया. कहा कि सहायक कमिश्नर द्वारा मामले की जांच कर जाने के बाद से ही उनको विभिन्न तरीकों से मानसिक रूप से परेशान एवं प्रताड़ित किया जा रहा है.

जांच पूरी होने तक प्राचार्य को स्कूल कार्य से अलग रखने की मांग :

डीवीसी मजदूर यूनियन के संयुक्त सचिव जानकी महतो ने केंद्रीय विद्यालय के सहायक कमिश्नर सहित कमिश्नर से मांग की है कि जब तक प्राचार्य के खिलाफ जांच लंबित है, उन्हें स्कूल कार्य से अलग रखा जाये, अन्यथा वे शिक्षकों को डराकर जांच को प्रभावित करने का कार्य करेंगे. साथ ही डीवीसी के एचओपी से प्राचार्य के आवास एवं बिजली बिल मामले के जांच करने की मांग की है.

आरोप बेबुनियाद व निराधार : प्राचार्य

मामले को लेकर प्राचार्य डॉ बीआर डे ने पूछे जाने पर कहा कि सभी शिक्षिकाओं द्वारा उन पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद एवं निराधार हैं. स्कूल में डिसिप्लीन का कड़ाई से पालन कराने, अनावश्यक छुट्टी नहीं देने, क्लास से अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई करने के कारण ही उनके खिलाफ शिकायत की गयी है. कहा कि स्कूल के सहायक कमिश्नर का स्कूल आना लगा रहता है.

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