Bokaro News : चंदनकियारी के फतुडीह के सूर्याही पूजा में उमड़े श्रद्धालु
Bokaro News : झारखंड-बिहार के विभिन्न जिलों से आये 20 हजार श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया महाप्रसाद
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चंदनकियारी.
चंदनकियारी प्रखंड के फतुडीह में 12 वर्षों के अंतराल पर आयोजित तीन दिवसीय अनुष्ठान सूर्याही पूजा पारंपरिक भक्ति एवं श्रद्धा के साथ रविवार को उदीयमान भास्कर को अर्घ देने के साथ संपन्न हुआ. इस वृहत धार्मिक अनुष्ठान में चास, चंदनकियारी पाड़ा, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, देवघर समेत झारखंड-बिहार के विभिन्न जिलों से 20 हजार से अधिक महिला-पुरुष ने मंडप में मत्था टेका व प्रसाद ग्रहण किया. इस अनुष्ठान का आयोजन फतुडीह, लुटूटांड़, ईजरीपार, कांचनपुर, मानपुर एवं सीतानाला के वत्स गोत्रधारी बगोछिया ब्राह्मण परिवार की ओर से किया गया था. शुक्रवार को विधि-विधान के साथ नहाय-खाय व संयोत के साथ महापर्व की शुरुआत की गयी. शनिवार को सूर्याही मंडप में आचार्य महादेव पांडेय ने कलश स्थापन, वेदी स्थापन समेत अन्य वैदिक अनुष्ठान को भव्य स्वरूप दिया. शाम को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को मुख्य व्रती अजित महथा व उनकी पत्नी लतु देवी समेत सैकड़ों व्रतियों ने फतुडीह के चिह्नित पवित्र बड़ाबांध में प्रथम अर्घ अर्पित किया. परंपरा के अनुसार शनिवार रात को आचार्य ने विधि विधान के साथ कलश पूजन, गणेश अंबिका पूजन के पश्चात पंचदेव पूजन के साथ साथ अन्य देवी देवताओं का आवाह्न कर पूजन किया. इस अवसर कुल की परंपरा के अनुसार भगवान सूर्यदेव की विशेष पूजा-अर्चना की गयी.रास नृत्य से बंधा समां :
शनिवार की रात को विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम रास नृत्य का आयोजन किया गया. इस रास नृत्य की प्रस्तुति लालपुर, दामुडीह एवं नरकेरा की रास मंडली ने दी. उपस्थित भक्तों ने रास नृत्य की प्रशंसा की. रविवार की अहले सुबह मुख्य व्रती सहित अन्य व्रतियों ने बड़ा तालाब में उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित किया. इसके बाद सूर्य मंडप पहुंच कर पंचदेवता समेत सभी देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के साथ भगवान भास्कर को मंडप में भी अर्घ दिया गया. होम व आरती के बाद लगभग 250 सफेद बकरों की बली के साथ तीन दिवसीय अनुष्ठान की पूर्णाहुति हुई. दिन के 11 बजे से देर शाम तक श्रद्धालुओं का महाप्रसाद ग्रहण करने को लेकर तांता लगा रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
