Bokaro News : कैमरून में फंसे बोकारो-हजारीबाग के 17 मजदूर लाैटे

Bokaro News : अफ्रीकी देश कैमरून में फंसे झारखंड के 19 में से 17 मजदूरों की सुरक्षित स्वदेश वापसी हो गयी है.

By JANAK SINGH CHOUDHARY | August 25, 2025 10:47 PM

ललपनिया, विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद अफ्रीकी देश कैमरून में फंसे झारखंड के 19 में से 17 मजदूरों की सुरक्षित स्वदेश वापसी हो गयी है. ये मजदूर बोकारो और हजारीबाग जिले के रहने वाले हैं. सोमवार को सभी अपने घर पहुंच गये. बताया गया है कि दो अन्य मजदूरों की वापसी 26 अगस्त को होगी. ये मजदूर एक एजेंसी के जरिए कैमरून में बिजली ट्रांसमिशन का काम करने वाली ट्रांसरेल लाइटिंग लिमिटेड कंपनी में मजदूरी करने ले जाये गये थे. 11 मजदूरों को चार महीने और आठ मजदूरों को दो महीने से वेतन नहीं मिला था. वेतन बंद होने से उनके सामने खाने-पीने और अन्य बुनियादी जरूरतों का संकट खड़ा हो गया था.

सोशल मीडिया पर किया था वीडियो संदेश साझा

मजदूरों ने सोशल मीडिया में वीडियो संदेश साझा कर केंद्र एवं झारखंड सरकार से हस्तक्षेप और वतन वापसी कराने की गुहार लगायी थी. झारखंड सरकार के श्रम विभाग ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को पूरे मामले से अवगत कराते हुए आवश्यक कार्रवाई का आग्रह किया था. मंत्रालय ने अफ्रीकी देश में स्थित दूतावास की मदद से मजदूरों की बकाया मजदूरी का भुगतान और उनकी स्वदेश वापसी सुनिश्चित करायी है. सोमवार को घर लौटे मजदूरों में बोकारो के प्रेम टुडू, सिबोन टुडू, सोमर बेसरा, पुराण टुडू, रामजी हांसदा, विरवा हांसदा, महेंद्र हांसदा व हजारीबाग के आघनू सोरेन, अशोक सोरेन, चेतलाल सोरेन, महेश मरांडी, रामजी मरांडी, लालचंद मुर्मू, बुधन मुर्मू, जीबलाल मांझी, छोटन बास्के एवं राजेंद्र किस्कू शामिल हैं. दो मजदूर हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत नरकी के फूलचंद मुर्मू और बोकारो जिले के नावाडीह थाना क्षेत्र के पोखरिया के बबलू सोरेन की 26 अगस्त को वतन वापसी होगी. विदेशों में मजदूरों के फंसने का यह कोई पहला मामला नहीं है. पहले भी कई बार अधिक वेतन के लालच में मजदूर विदेश जाकर मुश्किल हालात में फंस चुके हैं, जिनकी वापसी के लिए लंबी प्रक्रिया अपनानी पड़ी थी.

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