चास : धर्मशाला मोड़ में पौधे सूखे, महावीर चौक पर बैनर व पोस्टरों का कब्जा

चास : चास नगर निगम की ओर से क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण पर लाखों रुपये खर्च किए गए. लेकिन कुछ ही माह बाद देखरेख नहीं किए जाने के कारण निगम का यह योजना विफल हो गयी. निगम की ओर से चौक की सुंदरता के लिये चबूतरा का निर्माण कराया गया, वहीं आसपास में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 3, 2019 6:57 AM
चास : चास नगर निगम की ओर से क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण पर लाखों रुपये खर्च किए गए. लेकिन कुछ ही माह बाद देखरेख नहीं किए जाने के कारण निगम का यह योजना विफल हो गयी.
निगम की ओर से चौक की सुंदरता के लिये चबूतरा का निर्माण कराया गया, वहीं आसपास में पेवर्स ब्लॉक भी बिछाये गये. लेकिन चबूतरा पर विभिन्न पार्टियों व संस्थाओं के बैनर व पोस्टरों ने अपनी जगह बना ली. चबूतरा की साफ-सफाई भी नहीं की जाती है. इस कारण उस पर गंदगी की परत दर परत चढ़ गयी.
वर्ष 2018 के शुरू में स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान चास के धर्मशाला मोड़ पर सड़क के डिवाइडर का निर्माण कराकर उस पर गमले लगाये गये. साथ ही इसमें पौधे भी लगाये गये. लेकिन इन पौधों में पानी नहीं डालने की वजह से कुछ ही माह में धीरे-धीरे मर गये. ऐसे में डिवाइडर पर रखे गमले अब शोभा की वस्तु बनकर रह गयी हैं.
जबकि इन्हें चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण के नाम पर लगाया गया था. काफी खर्च के बाद नगर निगम की ओर से इन गमलों में दुबारा पौधे लगाने या इसकी देखरेख करने की कोई योजना नहीं बनायी गयी.
अगर इन गमलों में पौधे लगे रहते और इनकी देखभाल की जाती तो यहां की रौनक देखने लायक होती. महावीर चौक चास बाजार के मुख्य चौक में शामिल हैं.
लेकिन यहां सिर्फ चबूतरा बनाकर छोड़ दिया गया. देखरेख व सख्ती के अभाव में यहां विभिन्न राजनीतिक दलों व संस्थाओं की ओर से इसे बैनर व पोस्टर से लगा दिया गया है.
यहां की सड़क भी अत्यंत जर्जर हो गयी है. यह पोस्टर कभी भी तेज हवा चलने से गिरकर सड़क पर आ जाते हैं. इससे दुर्घटना होने की भी आशंका रहती है. साथ ही यहां दर्जनों ऑटो सवारी के लिए खड़े रहते हैं.
आइटीआइ मोड़ व जोधाडीह मोड़ की नहीं बदली दशा
निगम की ओर से आइटीआइ मोड़ व जोधाडीह मोड़ का भी सौंदर्यीकरण किया जाना है. लेकिन एनएच-32 का निर्माण कार्य जारी रहने के कारण ठेकेदार ने यहां अभी तक काम शुरू नहीं किया है. दोनों ही चौक एनएच-32 के अंतर्गत ही आते हैं. वहीं चेकपोस्ट के सुभाष चंद्र बोस चौक को घेरकर रखा गया है. इसके बावजूद इसके आसपास फुटपाथ दुकानदारों का कब्जा रहता है.

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