दिग्घी रेलवे गुमटी पर 24 घंटे में 48 बार लगता है जाम

हाजीपुर : राज्य व पड़ोसी राज्यों का शायद ही कोई ऐसा यात्री व वाहन चालक होगा, जिसे हाजीपुर स्थित दिग्घी रेलवे गुमटी पर कभी न कभी जाम का सामना नहीं करना पड़ा होगा. पूरे सूबे में भीषण जाम की समस्या की जब चर्चा होती होगी, तो दिग्घी रेलवे गुमटी पर लगने वाले जाम को भी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 6:00 AM

हाजीपुर : राज्य व पड़ोसी राज्यों का शायद ही कोई ऐसा यात्री व वाहन चालक होगा, जिसे हाजीपुर स्थित दिग्घी रेलवे गुमटी पर कभी न कभी जाम का सामना नहीं करना पड़ा होगा. पूरे सूबे में भीषण जाम की समस्या की जब चर्चा होती होगी, तो दिग्घी रेलवे गुमटी पर लगने वाले जाम को भी चर्चा के केंद्र में जरूर लाया जाता होगा.

मालूम हो कि इस रेलवे गुमटी पर 24 घंटे में करीब 48 बार लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ता है. उड़ती धूल के बीच और पीने के पानी के लिए भीषण गरमी में भटकते यात्रियों को इस रेलवे गुमटी से गुजरते हुए सफर को आगे ले जाना बड़ा महंगा पड़ता है. जब तक ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जायेगा,तब तक इस रेलवे गुमटी से गुजरना काफी मुश्किलों भरा सफर साबित होगा.

पचास से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं गुमटी से : रेलवे के अधिकारी भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि उक्त गुमटी पर लोगों को भारी परेशानियों के दौर से कुछ मिनटों के लिए ही सही लेकिन गुजरना पड़ता है. सोनपुर रेल मंडल की एक महिला रेल अधिकारी रेवती कुमारी ने बताया कि हाजीपुर-बछवाड़ा रेलखंड पर अवस्थित उक्त रेलवे गुमटी पर रोजाना सात जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें और 17 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनें गुजरती हैं. ट्रेनें जब गुजरती हैं तो स्वाभाविक रूप से रेलवे गुमटी बंद कर दी जाती है.
रेल अधिकारी ने बताया कि एक ट्रेन के आने की सूचना के बाद गुमटी बंद होने से लेकर ट्रेन के गुजरने के बाद गुमटी खुलने तक में दस मिनटों का समय लगता है. इस बीच यात्रियों एवं वाहन चालकों को वहां इंतजार करना पड़ता है. कुल मिलाकर जोड़ा जाये तो 24 घंटे में छह से सात घंटे अलग-अलग समय पर गुमटी बंद रहती है. उक्त रेलवे गुमटी से होकर मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, समस्तीपुर, दरभंगा, कांटी, रक्सौल,बेतिया सहित अन्य जगहों के लिए पटना की ओर से यात्री एवं वाहन चालकों का गुजरना होता है.
एक अनुमान के अनुसार प्रत्येक दिन यहां से छोटे-बड़े वाहन करीब दो हजार की संख्या में आते-जाते हैं.
प्रत्येक दिन दो हजार छोटे-बड़े वाहनों की होती है गुमटी से आवाजाही
ट्रेन के गुजरने पर दस मिनट के लिहाज से 6-7 घंटे लगा रहता है जाम
साठ हजार यात्री होते हैं परेशान
2018 तक हो जायेगा ओवरब्रिज का निर्माण
गैमन इंडिया ने दिग्घी ओवरब्रिज के निर्माण को 2018 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया है. स्कूली बच्चों को ले आने व ले जाने वाले वाहनों को भी उक्त रेलवे गुमटी से गुजर कर विभिन्न स्कूलों से बच्चों के घर तक जाने के क्रम में वहां जाम का सामना करना पड़ता है.
एक ट्रेन के गुजरने की सूचना मिलने के बाद एवं उसके गुजर जाने तक दस मिनटों का समय लगता है. इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे गुमटी को बंद कर दिया जाता है. ओवर ब्रिज बनने के बाद ही दिग्घी रेलवे गुमटी पर यात्रियों एवं वाहन चालकों को जाम की समस्या से निजात मिल सकता है.
रेवती कुमारी, सहायक स्टेशन मास्टर, हाजीपुर रेलवे स्टेशन

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