कम उम्र के बच्चे हो रहे नशे का शिकार, सनफिक्स की बिक्री को लेकर दुकानदारों पर नहीं कसा जा रहा शिकंजा

सुपौल: मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में कम उम्र के बच्चे व किशोर नशे के शिकार हो रहे हैं. इनके द्वारा सनफिक्स जैसे एधेसिव का इस्तेमाल नशे के लिये किया जा रहा है. जो कम उम्र के बच्चों व किशोर के स्वास्थ्य के लिये गंभीर रूप से हानिकारक है. आलम यह है कि दुकानदार इस बात से अवगत होते हुए भी चंद पैसों की लालच में बच्चों को सनफिक्स बेच रहे हैं. नतीजा है कि सनफिक्स को नशे के रूप में इस्तेमाल करने वाले बच्चों की तादाद बढ़ती जा रही है.

By Prabhat Khabar | July 31, 2020 10:07 AM

सुपौल: मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में कम उम्र के बच्चे व किशोर नशे के शिकार हो रहे हैं. इनके द्वारा सनफिक्स जैसे एधेसिव का इस्तेमाल नशे के लिये किया जा रहा है. जो कम उम्र के बच्चों व किशोर के स्वास्थ्य के लिये गंभीर रूप से हानिकारक है. आलम यह है कि दुकानदार इस बात से अवगत होते हुए भी चंद पैसों की लालच में बच्चों को सनफिक्स बेच रहे हैं. नतीजा है कि सनफिक्स को नशे के रूप में इस्तेमाल करने वाले बच्चों की तादाद बढ़ती जा रही है.

प्रखंड क्षेत्र के बुद्धिजीवियों एवं अभिभावकों ने प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट करते हुए नशे के रूप में उपयोग किये जा रहे सनफिक्स व इस प्रकार के अन्य पदार्थ की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है.

इस प्रकार के दुकानों पर प्रशासन द्वारा गोपनीय रूप से छापेमारी की जायेगी. वहीं कम उम्र के बच्चों को दुकानदारों द्वारा इस प्रकार के पदार्थ बेचे जाने पर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

विनय कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी, त्रिवेणीगंज

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