तीसरे दिन भी आशा दीदी रहीं हड़ताल पर, काम-काज बाधित

आशा दीदी को ऐक्टू ने भी दिया समर्थन, सरकार पर अनसुनी का आरोप

By RAJEEV KUMAR JHA | May 22, 2025 6:11 PM

– सात सूत्री मांगों के समर्थन में जिले के सभी पीएचसी में गुरूवार को धरना-प्रदर्शन – आशा दीदी को ऐक्टू ने भी दिया समर्थन, सरकार पर अनसुनी का आरोप – 20 से 24 मई तक हड़ताल पर रहेंगी जिलेभर की आशा दीदी, ज्ञापन भी सौंपा – 21 हजार मानदेय करने की उठी मांग, भुगतान नहीं होने पर सरकार पर गुस्सा सुपौल. आशा दीदी गुरुवार को भी हड़ताल पर रही. इस दौरान सभी पीएचसी परिसर में आशा दीदी ने धरना देकर मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की. वे 24 मई तक हड़ताल पर रहेंगी. हड़ताल पर जाने से पहले आशा दीदी ने पीएचसी और सीएचसी प्रभारी को सात सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. आशा दीदी संघ की जिला संयोजिका उषा सिन्हा ने बताया कि साल 2023 में आशा और आशा फैसिलिटेटर का मानदेय एक हजार से बढ़ाकर ढाई हजार करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह मानदेय जल्द बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि मांगों में पिछला सारा बकाया राशि के भुगतान और आशा फैसिलिटेटर का मानदेय 21 हजार करना शामिल है. उन्होंने कहा कि बीते साल 2023 में 32 दिवसीय हड़ताल के दौरान आशा दीदी फेसिलिटेटर के मासिक मानदेय राशि एक हजार रुपये बढ़ाकर 2500 रुपये करने का निर्णय लिया गया था. जिसे करीब दो साल बीतने पर भी लागू नहीं किया गया है. कहा कि विभिन्न कार्यों के लिए वर्षों पूर्व तय राशि में केन्द्र सरकार द्वारा करीब 10 साल में कोई पुनरीक्षण बढ़ोतरी नहीं किया गया है. आशा दीदी को ऐक्टू ने भी अपना समर्थन दिया. ऐक्टू के वक्ताओं ने सदर पीएचसी में धरना को संबोधित करते हुए कहा कि बीते छह माह से लंबित मानदेय का भुगतान अविलंब किया जाए. इसके लिए दोषी अधिकारियों की जिम्मेवारी तय की जाए. संघ की वक्ताओं ने कहा कि पिछला सारा बकाया का भुगतान करते हुए पोर्टल व्यवस्था में सुधार किया जाय. रिटायरमेंट की उम्र सीमा 65 वर्ष किया जाय. सेवानिवृत्ति के समय 10 लाख रुपये का रिटायरमेंट पैकेज दिया जाय व अनिवार्य मासिक पेंशन की सुविधा दी जाए. आशाओं को विभिन्न तरह के कामों के लिए जो प्रोत्साहन राशि मिलती है, उसका पुनरीक्षण किया जाए. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से जुड़ी आशाओं को देय राशि का भुगतान पोर्टल के माध्यम से किया जाय और इसमें आशा फैसिलिटेटर को भी जोड़ा जाने की मांग उठाई। हड़ताल को बिहार राज्य अराज पत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट के राज्य सलाहकार माधव सिंह, जिलाध्यक्ष विनोद कुमार, संयुक्त सचिव किशोर कुमार पाठक, एक्टू के जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार चौधरी, जिला सचिव अरविंद कुमार शर्मा, सुजाता कुमारी, जयंती कुमारी, विनीता देवी, नीलम देवी, शमीमा खातून, अनीता कुमारी, मीरा देवी, ऊषा देवी, आशा देवी, चंद्रकला देवी, कोमल भारती, पिंकी देवी, कविता देवी, किरण देवी, नीतू कुमारी, स्नेहलता देवी,चंचल देवी, श्यामा देवी, नूतन झा, फूल कुमारी, रूना कुमारी, ममता कुमारी, ललिता कुमारी, मीणा कुमारी, सीमा कुमारी, अंजू कुमारी, रेखा कुमारी, रीता कुमारी, सीता देवी, आरती कुमारी सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया.

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