करजाईन-गोसपुर पथ निर्माण कार्य में लापरवाही, तीन माह बाद भी नहीं शुरू हुआ काम
हल्की बारिश में ही सड़कें पानी से लबालब भर जाती हैं
करजाईन बाजार. करजाईन-गोसपुर पथ वर्षों से बदहाल स्थिति में है, और अब इसकी दुर्दशा आमजन के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है. सड़क से लेकर पुल-पुलियों तक सभी बुनियादी संरचनाएं जर्जर हो चुकी हैं. हल्की बारिश में ही सड़कें पानी से लबालब भर जाती हैं और कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढों में जलजमाव के कारण हादसों की आशंका बनी रहती है. मार्च माह में ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा इस मार्ग के नव-निर्माण के लिए 3.55 किलोमीटर लंबाई के लिए लगभग 1.5 करोड़ रुपये की लागत से एक टेंडर जारी किया गया था. यह कार्य सहरसा स्थित ओम साईं कंस्ट्रक्शन को आवंटित किया गया, लेकिन तीन महीने से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद न तो निर्माण कार्य की शुरुआत हुई और न ही साइट पर सूचनात्मक बोर्ड लगाया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी और संवेदक दोनों ही इस मार्ग की स्थिति को लेकर गंभीर नहीं हैं. ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता सुमित कुमार ने पूर्व में दावा किया था कि जून तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा, लेकिन जुलाई बीतने को है और अब तक शिलान्यास तक नहीं हुआ. यह मार्ग न केवल करजाईन और गोसपुर को जोड़ता है, बल्कि एनएच 106 और एनएच 27 जैसी राष्ट्रीय राजमार्गों से संपर्क भी स्थापित करता है. साथ ही यह सड़क क्षेत्र की एक दर्जन से अधिक पंचायतों के लिए जीवन रेखा मानी जाती है. बावजूद इसके, इस महत्वपूर्ण मार्ग की अनदेखी से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. सड़क के खस्ताहाल के कारण वाहन चालकों को तीन किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाकर करजाईन बाजार पहुंचना पड़ रहा है. जलजमाव और गड्ढों की वजह से दुर्घटनाएं आम हो गई है. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता विकास चन्द्र मिश्र, हर्षित कुमार, आचार्य धमेंद्र नाथ मिश्र, दिलीप कुमार मिश्र, प्रवीण कुमार मिश्र, अब्दुल मौत्तलीव, राजेंद्र स्वर्णकार, अब्बू नसर समेत कई नागरिकों ने जिला प्रशासन से इस सड़क के निर्माण कार्य में तत्परता लाने और शीघ्र शुरुआत सुनिश्चित करने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
