श्मशान घाट निर्माण के लिए जल्द जमीन होगी चिह्नित
श्मशान घाट नहीं रहने से जहां-तहां कर दिया जाता है शव का अंतिम संस्कार
– छातापुर के विभिन्न पंचायतों में श्मशान घाट निर्माण के लिए सीओ को सौंपा गया मांग पत्र – श्मशान घाट नहीं रहने से जहां-तहां कर दिया जाता है शव का अंतिम संस्कार छातापुर. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में श्मशान घाट निर्माण के लिए सरकारी जमीन की दरकार है. इसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बख्शी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने सोमवार को अंचल कार्यालय पहुंच कर सीओ को मांग पत्र सौंपा, मांग पत्र में श्मशान घाट नहीं रहने से हो रही परेशानियों से अवगत कराया गया है. साथ ही प्रखंड के 13 पंचायत में श्मशान घाट निर्माण के लिए आवश्यक सरकारी भूमि उपलब्ध कराने की मांग की गई है. शिष्टमंडल में भाजपा नेता शालिग्राम पांडेय, भाजपा दक्षिणी मंडल महिला मोर्चा अध्यक्ष सह प्रखंड बीस सूत्री कमेटी सदस्य सरिता साह शामिल थी. सीओ राकेश कुमार ने मांग पत्र के आलोक में जल्द ही समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. सीओ ने कहा कि भूमि उपलब्ध कराने के लिए वे हरसंभव प्रयास करेंगे. सरकारी भूमि चिन्हित करने के लिए संबंधित राजस्व कर्मचारियों को निर्देश दिया जाएगा. मांग पत्र में बताया गया है कि श्मशान घाट नहीं रहने के कारण शव का दाह-संस्कार जहां-तहां कर दिया जाता है. सड़क किनारे, नहर व वीसी किनारे या खुले स्थानों पर दाह-संस्कार करने की मजबूरी रहती है, जिसके कारण वायु दूषित होकर प्रदूषण फैल जाता है. दाह-संस्कार के बाद बचे अपशिष्ट बिखरे पड़े रहने से राहगीर व आसपास के लोगों में भय व्याप्त रहता है. खासकर बच्चों में डर का माहौल बना रहता है. भूमि की उपलब्धता के बाद श्मशान घाट बन जाने से लोगों को राहत मिलेगी. शवों के दाह संस्कार का स्थान सुनिश्चित हो जाने से स्वच्छ माहौल व पंचायतों की सुंदरता भी बढ़ेगी. श्मशान घाट का निर्माण हिन्दू समाज की आस्था से जुड़ा विषय भी है. बताया है कि प्रखंड क्षेत्र के डहरिया, लक्ष्मीपुर खुंट्टी, लालगंज के परियाही, रामपुर, कटहारा, झखाड़गढ़, चुन्नी, महम्मदगंज, सोहटा, चरणै, राजेश्वरी पूर्वी, राजेश्वरी पश्चिमी एवं घीवहा पंचायत में भूमाफियाओं के बहुत सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा है. इस जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कर श्मशान घाट के लिए जमीन उपलब्ध कराया जा सकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
