एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र में तैनात मुख्य आरक्षी की हृदय गति रुकने से निधन
एसएसबी प्रशिक्षण केन्द्र में जवानों ने दी शोक सलामी
– गुरुवार देर रात दरभंगा के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत – एसएसबी प्रशिक्षण केन्द्र में जवानों ने दी शोक सलामी सुपौल. जिले के आसानपुर कुपहा स्थित एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र में मुख्य आरक्षी (जल वाहक) के पद पर तैनात राकेश कुमार खेरवार की गुरुवार देर रात हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया. उनके असामयिक निधन से एसएसबी परिवार सहित पूरे शिविर में शोक की लहर दौड़ गई है. जानकारी के अनुसार राकेश कुमार खेरवार गुरुवार की देर शाम शौच के लिए गये थे. शौच के बाद अचानक वह जमीन पर गिर पड़े. गिरने की आवाज और हलचल सुनकर उसके साथी मौके पर पहुंचे और तुरंत उसे प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने का प्रयास किया. स्थिति गंभीर देख साथी जवान उसे तुरंत दरभंगा स्थित अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि राकेश कुमार का ब्लड प्रेशर काफी बढ़ा हुआ था जिसकी वजह से हृदय गति रुकने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के वास्तविक कारणों की पुष्टि हो सकेगी. घटना की जानकारी मिलते ही एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र के वरीय अधिकारियों को सूचित किया गया, जिसके बाद आवश्यक प्रक्रिया शुरू की गई. शुक्रवार अहले सुबह राकेश कुमार के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया. पोस्टमार्टम की औपचारिकता पूरी होने के बाद शव को पुनः आसानपुर कुपहा स्थित एसएसबी प्रशिक्षण केंद्र ले जाया गया, जहां उनके सम्मान में शोक सभा आयोजित की गई. इस दौरान आरटीसी उप महानिरीक्षक संजय कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, जवान एवं स्टाफ मौजूद रहे. डीआईजी संजय कुमार ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद एसएसबी जवानों ने राकेश कुमार को शोक सलामी दी. सैन्य परंपरा और सम्मान के अनुरूप राकेश कुमार के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर वाहन में उनके पैतृक आवास के लिए रवाना किया गया. उनका पैतृक गांव उतराखंड के पिथौरागढ़ जिले के भूरमुना में स्थित है, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा. परिजनों को सूचना दे दी गई है और एसएसबी की ओर से पूरी प्रक्रिया में सहयोग प्रदान किया जा रहा है. राकेश कुमार खेरवार अपने कर्तव्यनिष्ठ स्वभाव और सौम्य व्यवहार के लिए जाने जाते थे. उनके निधन से एसएसबी परिवार को अपूरणीय क्षति हुई है. साथी जवानों ने बताया कि वे हमेशा मिलनसार और जिम्मेदार प्रवृत्ति के व्यक्ति थे. प्रशिक्षण केंद्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.
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