बारिश के बाद शहर में जलजमाव

पानी के बिना सूख रही फसलों के मूसलाधार बारिश संजीवनी बन कर आयी है. वहीं दूसरी तरफ झमाझम बारिश से पूरे शहर में जगह- जगह सड़कों पर पानी जमा हो गया है. वहीं शहर के कई इलाकों में बरसात का पानी घरों में भी घुस गया है. शहर के विभिन्न सड़कों पर भी एक फुट से अधिक पानी जमा हो गया.

By DEEPAK MISHRA | September 14, 2025 8:48 PM

प्रतिनिधि, सीवान. पानी के बिना सूख रही फसलों के मूसलाधार बारिश संजीवनी बन कर आयी है. वहीं दूसरी तरफ झमाझम बारिश से पूरे शहर में जगह- जगह सड़कों पर पानी जमा हो गया है. वहीं शहर के कई इलाकों में बरसात का पानी घरों में भी घुस गया है. शहर के विभिन्न सड़कों पर भी एक फुट से अधिक पानी जमा हो गया. मुख्य सड़क पर स्थिति सबसे ज्यादा खराब थी. अस्पताल मोड़ से बबुनिया मोड़ तक वाहनों के चलने में परेशानी हो रही थी. जहां लोगों के घुटनों तक पानी बह रहा था. मोटरसाइकिल के चक्के पानी में डूबे पड़े थे. पैदल चलने वाले राहगीरों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा . पानी भरे होने के कारण सड़कों के गढ़ढे दिखाई नहीं पड़ रहे थे. ऐसे में कई राहगीर तो पानी में गिर भी गये. एक तरफ जहां बारिश किसानों के लिए राहत लेकर आई, वहीं शहर में आमजन के लिए आफत लेकर भी आई. बारिश के कारण शहर के इलाकों में जलभराव होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के गांधी मैदान रोड, गांधी मैदान, नई बस्ती महादेवा, पकड़ी मोड़, थाना रोड, श्रीनगर, अस्पताल रोड, राजेंद्र स्टेडियम रोड, शांति वटवृक्ष मोड़, आदर्श नगर,इस्लामिया नगर, लक्ष्मीपुर,मौलेश्वरी चौक, रामनगर, आनंद नगर, चमड़ा मंडी,श्रीराम नगर,टेलहट्टा,मखदूम सराय, पंचमंदिरा सहित अन्य मोहल्लों में नगर प्रशासन की ओर जल निकासी के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया .ऐसे में कुछ घंटों की झमाझम बारिश से जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई . जलभराव होने के बाद लोगों में नगर प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है. शहर की हालत देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यह बारिश नगरपालिका की कलई को उजागर कर रहा था.उधर ग्रामीण क्षेत्रों में इस बारिश से किसानों के चेहरे खील गये . इस मुसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा फायदा धान के फसलों को हुआ. झमाझम बारिश से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज किया गया हैं. रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. धान उत्पाद किसानों के खिले चेहरे इधर झमाझम बारिश के बाद धान उत्पादक किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसानों ने कहा कि बीते कुछ दिन पूर्व तक तेज धूप के कारण धान के खेतों में दरार फट रही थी. इसके कारण पटवन करने की स्थिति उत्पन्न हो रही थी लेकिन बारिश से फसल के लिए यह वरदान साबित हुई है. बारिश शुरु होते बिजली हुई गुल बारिश होने के बाद शहर की बिजली सप्लाई के लड़खड़ाने का सिलसिला जारी है.रविवार को बारिश शुरू होते ही कई इलाकों की बिजली गुल हो गई. बारिश के रुकने के बाद इसको सुचारू किया जा सका. हालांकि बाद में भी ट्रिपिंग और लो-वोल्टेज की समस्या बनी रही. जिससे लोगों को काफी दिक्कत रही.बताते चल की हल्की सी आंधी-बारिश होते ही बत्ती गुल हो जाती हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है