समाहरणालय कर्मियों का धरना जारी

बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (गोप गुट) के बैनर तले बुधवार को समाहरणालय परिसर में कर्मियों ने धरना दिया. इस दौरान लाउडस्पीकर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया

By DEEPAK MISHRA | August 20, 2025 9:56 PM

प्रतिनिधि, सीवान. बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ (गोप गुट) के बैनर तले बुधवार को समाहरणालय परिसर में कर्मियों ने धरना दिया. इस दौरान लाउडस्पीकर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया. धरना स्थल पर पहुंचे सदर अनुमंडल पदाधिकारी और संघ पदाधिकारियों के बीच कहासुनी हो गई. स्थिति इतनी बिगड़ गई कि एसडीओ ने खुद लाउडस्पीकर जब्त कर लिया और अपने साथ ले गए. इस दौरान कुछ देर तक हंगामा और अफरातफरी का माहौल बना रहा, कर्मियों ने धरना जारी रखा. संघ पदाधिकारियों का आरोप है कि वे पहले से अनुमति लेकर ही लाउडस्पीकर बजा रहे थे, फिर भी एसडीओ ने बिना पूर्व सूचना के उसे जब्त कर लिया. उनका कहना था कि यह उनकी आवाज दबाने की कोशिश है. वहीं एसडीओ का कहना था कि लाउडस्पीकर से अत्यधिक शोर हो रहा था. जिससे न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहे थे. साथ ही समाहरणालय में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों को काम करने में कठिनाई हो रही थी. इसलिए कर्मचारियों को गोपालगंज मोड़ पर जाकर धरना देने और वहीं लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने को कहा गया था. लेकिन आवाज कम न होने पर मजबूरी में उसे जब्त करना पड़ा. लाउडस्पीकर जप्त होने से आक्रोशित कर्मचारी भड़क उठे. उनका कहना था कि वे पहले से ही दस सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और अब उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. धरना के कारण बुधवार को कलेक्ट्रेट सहित अन्य शाखा कार्यालयों का कामकाज पूरी तरह ठप रहा. आम जनता को आवश्यक कार्य कराने में परेशानी उठानी पड़ी. संघ पदाधिकारियों ने कहा कि इन मांगों को लेकर राज्य इकाई के आह्वान पर वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सरकार से कई बार मांग करने के बाद भी ठोस पहल नहीं हुई है. उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी जायज मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा.धरना के दौरान कर्मचारी नारेबाजी करते रहे और सरकार से मांग पूरी करने की अपील करते रहे. धरना स्थल पर मौजूद प्रमुख नेताओं में जिला अध्यक्ष वकील यादव, सुनील श्रीवास्तव, उदय सोनी, सुजीत राम, अजय कुमार श्रीवास्तव, कुमार रत्नेश, कुमार विनोद, राम शर्मा, कुमारी रीता, विपुल सिंह, संजय कुमार, राजेश यादव, संजीव चौबे, विशाल कुमार, मोहम्मद सलाुद्दीन, संजीव कपूर मांझी, सुदामा राम, उषा कुमारी, कंचन गुप्ता और निज़ामुद्दीन शामिल थे.

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