सीवान नगर परिषद के इओ निलंबित
नगर परिषद सीवान के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.आय से अधिक संपत्ति के मामले में निगरानी के प्राथमिकी दर्ज करने के पांच सप्ताह बाद यह निलंबन की कार्रवाई की गयी है. नगर एवं आवास विकास विभाग ने निलबंन की कार्रवाई करते हुए राज्य मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है.
संवाददाता,सीवान.नगर परिषद सीवान के कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.आय से अधिक संपत्ति के मामले में निगरानी के प्राथमिकी दर्ज करने के पांच सप्ताह बाद यह निलंबन की कार्रवाई की गयी है. नगर एवं आवास विकास विभाग ने निलबंन की कार्रवाई करते हुए राज्य मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है. मालूम हो कि आर्थिक अपराध शाखा ने कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के खिलाफ पटना स्थित थाने में 18 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की थी.इसके दूसरे दिन सीवान,पटना,लखनऊ समेत चार स्थानों पर छापेमारी की थी.इस दौरान प्रथम दृष्टया आय से 79 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे थे.इसके बाद से ही निलंबन को लेकर अटकलें लगायी जा रही थी. निलंबन अवधि में अनुभूति श्रीवास्तव को बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली, 2005 के नियम 10 के तहत अनुमान्य दर से जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा.निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय नगर विकास एवं आवास विभाग निर्धारित किया गया है.विभाग के मुताबिक ईओ के विरूद्ध आरोप पत्र एवं विभागीय कार्यवाही का संकल्प अलग से निर्गत किया जायेगा. इओ के पत्नी व परिजनों के नाम बैंक खाते में मिले थे 1. 48 करोड़ आर्थिक व साइबर अपराध इकाई के कार्रवाई से यह बात सामने आयी थी कि लखनऊ में उनकी पत्नी के नाम आर्ट स्टूडिया से लेकर शेल कंपनी तक है.उनके परिजनों के खातें में 1 करोड़ 48 लाख 46 हजार173 रुपये मिले हैं.इसके अलावा लखनऊ स्थित आवास से फॉर्च्यूनर और इनोवा जैसी महंगी गाड़ियां तक मिली है, जो पिछले वर्ष ही खरीदी गयी है.जांच में खुलासा हुआ कि अनुभूति श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी नलिनी प्रकाश के सहयोग और आपराधिक साजिश के तहत लखनऊ में दो शेल कंपनियां संस्कार इंटरप्राइजेज और बुएयांस सलूशन प्राइवेट लिमिटेड स्थापित कीं. इन कंपनियों के बैंक खातों में अवैध रूप से अर्जित राशि जमा की गई और चेन ट्रांसफर के माध्यम से यह राशि उनके और उनकी पत्नी के खातों में स्थानांतरित की गई. पूर्वी चंपारण और सहरसा में उनके कार्यकाल के दौरान संस्कार इंटरप्राइजेज में बड़ी मात्रा में नकद जमा किया गया, जिसे बाद में नलिनी प्रकाश के खाते में ट्रांसफर किया गया.छापेमारी के दौरान तीनों ठिकानों से कुल 6,66,900 रुपये नकद बरामद हुए थे. जिसमें लखनऊ से 1,92,000 रुपये, सीवान से 1,25,400 रुपये, और पटना से 3,49,500 रुपये शामिल हैं. इसके अलावा, लखनऊ के आवास से लगभग 400 ग्राम ज्वेलरी, महंगी गाड़ियां (फॉर्च्यूनर और इनोवा), और जमीन व फ्लैट से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए थे. तीनों आवासों की साज-सज्जा बेहद खर्चीली पाई गई, जिसकी इन्वेंट्री तैयार की गई है.अनुभूति श्रीवास्तव की पत्नी नलिनी प्रकाश के नाम पर लखनऊ में “नलिनी क्रिएशन ” नामक एक आर्ट स्टूडियो संचालित होता है.जांच में इस स्टूडियो को भी अवैध कमाई के संभावित स्रोत के रूप में देखा जा रहा है. अनुभूति श्रीवास्तव, उनकी पत्नी नलिनी प्रकाश, और परिजनों के नाम से 21 पासबुक बरामद हुए थे, जिनमें कुल 1,48,46,173 रुपये जमा पाए गए. बरामद दस्तावेजों में चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा शामिल है, जिनके सत्यापन के बाद अप्रत्यानुपातिक धनार्जन का प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है. पहले भी भ्रष्टाचार के लगे थे आरोप यह पहली बार नहीं है जब अनुभूति श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. अगस्त 2021 में विशेष निगरानी इकाई ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप पत्र दाखिल हो चुका है और मामला न्यायालय में विचाराधीन है.
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