निष्पक्ष चुनाव के आधार हैं सेक्टर पदाधिकारीः डीएम
बुधवार को डॉ आंबेडकर भवन के संवाद कक्ष में जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी का प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया.
प्रतिनिधि, सीवान. बुधवार को डॉ आंबेडकर भवन के संवाद कक्ष में जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी का प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया. सेक्टर ऑफिसर प्रतिनियुक्ति के साथ ही सीधे चुनाव आयोग के अधीन हो जाते हैं. सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी का कार्य निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है. उनका दायित्व सबसे पहले शुरु होकर अंत तक रहता है. उक्त बातें जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने डॉ अंबेडकर भवन के संवाद कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी चुनाव की धुरी हैं. वलनरेबल क्षेत्र और क्रिटिकल बूथ की करें पहचान- जिलाधिकारी ने कहा कि सबसे पहले वलनरेबल क्षेत्र और क्रिटिकल बूथ की पहचान करनी है. इसके लिए उन्होंने विभिन्न मापदंड को विस्तार से बताया. कहा कि आपके पास आवंटित किए गए बूथों का नजरी नक्शा, रूटचार्ट और कम्युनिकेशन प्लान होना चाहिए. सभी मतदान केन्द्रों का भ्रमण कर भौतिक सत्यापन करें. इस दौरान एएमएफ और पहुंच पथ आदि की रिपोर्ट पूरी करें. इलाके का भ्रमण करते हुए आसूचना एकत्र कर भेद्यता मानचित्रण करें. प्रदान किए गए फॉर्मेट में स्पष्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करें. क्योंकि इसके आधार पर ही कार्रवाई होती है और अर्द्ध सैनिक व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाती है. आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आपको मॉडल कोड आफ कंडक्ट की पूर्ण जानकारी है.ताकि क्षेत्र में उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके जिला पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन संपन्न करने के लिए सेक्टर पदाधिकारी प्रथम आधार होते हैं. उन्होंने बताया कि चुनाव के पूर्व आप सभी को मजिस्ट्रेट की शक्ति प्राप्त हो जाती है. लॉ एंड ऑर्डर का संधारण भी आपका जिम्मेदारी होती है. उन्होंने क्या करें और क्या ना करें पर विस्तार से प्रकाश डाला. बताया गया कि ईवीएम की सुरक्षा से लेकर टैग बूथों के पोलिंग पार्टी के मतदान केंद्र तक पहुंचने, बूथ पर मॉक पोल से लेकर, सीलिंग, वास्तविक पोल, विभिन्न घोषणा आदि आपकी निगरानी में होना है. पोल्ड ईवीएम के वज्रगृह में जमा होने और आपको मिले रिजर्व ईवीएम आवश्यकता पड़ने पर मशीन को बदलना और तत्काल उसकी रिपोर्टिंग करना भी आपकी जवाबदेही है. आपको ईवीएम का परिचालन भी ठीक जंग से समझ लेना चाहिए. प्रथम रिस्पांडर होते हैं सेक्टर पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि सेक्टर किसी भी घटना या एक्टिविटी के प्रथम रिस्पांडर होते हैं. इसलिए आपको अपने क्षेत्र का फीडबैक पूरी तरह रहना चाहिए. अपने थानाध्यक्ष से संवेदनशील बूथ और भेद्य चित्र के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि चुनाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य है. इसमें जरा भी कोताही अक्षम्य है. गलती होने पर सीधे चुनाव आयोग कार्रवाई करता है. इसलिए सभी लोग अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहेंगे. लापरवाही अथवा असावधानी की सूचना आने पर संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आपसी समन्वय व सामंजस्य बनाकर काम करने का निर्देश दिया. मौके पर अपर समाहर्ता, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा एवं अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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