पदाधिकारियों के साथ डीएम ने की समीक्षा बैठक
शुक्रवार को विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में बैठक हुई. बैठक में गठित कोषांगों के नोडल पदाधिकारी और वरीय पदाधिकारियों से तैयारियों की बिंदुवार समीक्षा किया.
प्रतिनिधि, सीवान. शुक्रवार को विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में बैठक हुई. बैठक में गठित कोषांगों के नोडल पदाधिकारी और वरीय पदाधिकारियों से तैयारियों की बिंदुवार समीक्षा किया. डीएम ने कहा कि विभागीय दायित्व के साथ-साथ निर्वाचन कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पूर्ण जिम्मेदारी से अपने अपने दायित्व का निर्वहन करें. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने सभी कोषांगों के वरीय एवं नोडल पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि तय समय सीमा के भीतर सभी कार्य पूरे कर लिए जांए ताकि चुनावी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो सके. बैठक में सभी नोडल पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी तैयारियों की जानकारी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि कोषांग स्तर पर कार्य प्रगति पर है और समय पर सभी व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी. चुनाव प्रक्रिया में परिवहन कोषांग की भूमिका अहम मानी जाती है. मतदान दल, पुलिस बल, चुनाव सामग्री और मतपेटियां समय पर मतदान केंद्रों तक पहुंचें, इसकी जिम्मेदारी परिवहन कोषांग पर होती है. इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी को डिस्पैच सेंटर से मतदान केंद्र तक और मतदान की समाप्ति के उपरांत पोलिंग स्टेशन से वज्रगृह तक विधानसभावार रूट चार्ट पूरी जवाबदेही से तैयार करने का निर्देश दिया. ताकि डिस्पैच सेंटर से निकलने वाला वाहन निर्वाध एवं सुगम रूप से पोलिंग स्टेशन तक पहुंच जाए. मतदान की समाप्ति के उपरांत हर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों से वज्रगृह तक आने वाला वाहन को किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो इसका पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया. इसके लिए विधानसभावार रूट चार्ट तैयार करने तथा वाहनों का टैगिंग करने का निर्देश दिया. बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव की सफलता काफी हद तक प्रशिक्षित मतदानकर्मियों पर निर्भर करती है. प्रशिक्षण कोषांग की जिम्मेदारी है कि प्रत्येक कर्मचारी को चुनाव प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराये. बैठक में जिला पदाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक मतदानकर्मी को कम से कम दो बार प्रशिक्षण दिलाया जाए. अनुपस्थित रहने वालों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी जाए. प्रशिक्षण स्थल पर पर्याप्त बैठने की व्यवस्था, पेयजल, पंखा और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अद्यतन गाइडलाइन के आधार पर मास्टर ट्रेनरों द्वारा डेमो और प्रायोगिक अभ्यास कराया जाए ताकि मतदानकर्मी किसी भी स्थिति में आत्मविश्वास के साथ कार्य कर सकें. प्रशिक्षण सिर्फ औपचारिकता न हो, बल्कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक कर्मचारी वास्तव में प्रशिक्षित हो और चुनाव प्रक्रिया की पूरी समझ रखे. कार्मिक कोषांग चुनावी निष्पक्षता बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मतदानकर्मियों की नियुक्ति और ड्यूटी इसी कोषांग के माध्यम से होती है. उन्होंने यह भी कहा कि मतदान कर्मियों की सुरक्षा और सुविधा प्रशासन की प्राथमिकता है. चुनाव के दौरान उन्हें समय पर वाहन, आवास, भोजन और चिकित्सा जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये. जिला पदाधिकारी ने मतदाताओं को जागरुक एवं प्रेरित करने तथा जिले में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने हेतु मतदाता जागरूकता कार्यक्रम व्यापक रूप से चलने का निर्देश दिया. स्वीप एक्टिविटी डीपीओ आइसीडीएस द्वारा चलाई जा रही है. जिलाधिकारी ने इसे योजनाबद्ध तरीके से हर विधानसभा क्षेत्र में करने की आवश्यकता पर बल दिया. इसके लिए स्वीप कैलेंडर तैयार कर सघन अभियान चलाने पर बल दिया. उन्होंने लो वोटर टर्न आउट वाले मतदान केदों की पहचान करने, तथा महादलित टोलों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया. बैठक में सभी कोषांग के पदाधिकारी व वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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