महावीरी जुलूस में शामिल हुए भक्त
ढोल- नगाड़ों की धुन पर बच्चों और युवाओं के नृत्य के साथ शनिवार की रात जुलूस से शुरु हुआ महावीरी अखाड़े का सिलसिला रविवार की अहले सुबह तक भी जारी रहा. हाथी - घोड़े के साथ विभिन्न इलाकों से निकले आधा दर्जन से अधिक महावीरी अखाड़ों को देखने के लिए जो जहां था वहीं ठहर गया
सीवान. ढोल- नगाड़ों की धुन पर बच्चों और युवाओं के नृत्य के साथ शनिवार की रात जुलूस से शुरु हुआ महावीरी अखाड़े का सिलसिला रविवार की अहले सुबह तक भी जारी रहा. हाथी – घोड़े के साथ विभिन्न इलाकों से निकले आधा दर्जन से अधिक महावीरी अखाड़ों को देखने के लिए जो जहां था वहीं ठहर गया. रात में हर तरफ महावीर जी की प्रतिमा के साथ निकले इन अखाड़ों को देखने के लिए लोगों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा. अखाड़ों में शामिल युवकों के पारंपरिक लाठी डंडों के साथ दिखाए जा रहे युद्ध कला के प्रदर्शन ने हर किसी में जोश भर दिया. महावीरी मेला को लेकर नगर के बड़ी मस्जिद के समीप पुलिस प्रशासन द्वारा नियंत्रण कक्ष बनाया गया था. जहां सुरक्षा को लेकर रात भर सदर एसडीएम पुष्पेंद्र गुप्ता, सदर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौजूद रहे. नगर के हर चौक-चौराहों पर भी पुलिस कर्मी तैनात रहे. रात के बारह बजे के बाद प्रारंभ हुआ. महावीरी अखड़ा का मेला पूरे रात चलता रहा. मेला के हर गतिविधि पर ड्रोन कैमरा व तीसरी आंख से नजर रखी जा रही थी.
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