सीवान जेल में छापा, मोबाइल बरामद, सोशल मीडिया पर चर्चा में शहाबुद्दीन की तसवीर

सीवान : बिहार के सीवान मंडल कारा में बंदियों के मोबाइल से बातचीत करने की शिकायत फिर सही साबित हुई है. गृह रक्षकों ने जब बैरकों की तलाशी ली, तो तीन बंदियों के पास तीन मोबाइल, चार सिम व दो बैटरियां बरामद हुईं. शुक्रवार की शाम वार्डों की निगरानी कर रहे गृह रक्षक भगवान सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2017 4:47 AM

सीवान : बिहार के सीवान मंडल कारा में बंदियों के मोबाइल से बातचीत करने की शिकायत फिर सही साबित हुई है. गृह रक्षकों ने जब बैरकों की तलाशी ली, तो तीन बंदियों के पास तीन मोबाइल, चार सिम व दो बैटरियां बरामद हुईं. शुक्रवार की शाम वार्डों की निगरानी कर रहे गृह रक्षक भगवान सिंह ने वार्ड संख्या 11 के बंदी अनिल कुमार सिंह, भरत सिंह व मासूम खां के पास से रूटीन जांच के दौरान तीन मोबाइल, चार सिम व दो बैटरियां बरामद कीं. बरामद सामान को उसने जेल अधीक्षक विधु भारद्वाज के पास जमा कर इसकी लिखित सूचना दी. मंडल कारा में बंदियों के मोबाइल से बातचीत करने की शिकायत आये दिन मिलती है.

सुर्खियों में रहे मंडल कारा में प्रशासन विशेष सतर्कता रखने का दावा करता रहा है. यहां प्रत्येक दिन निगरानी के लिए अलग-अलग मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाती है. इसके बाद भी जेल के अंदर मोबाइल समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री जाने से प्रशासन की चौकसी पर सवाल उठने लगा है. जेल में बंद पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन के साथ कुछ माह पूर्व प्रदेश सरकार के एक मंत्री की तसवीर वायरल हुई थी, जिसको लेकर जेल प्रशासन पर उंगलियां उठीं.

इसको लेकर शासन ने जेल अधीक्षक को हटा दिया गया था. इसके बाद भी जेल में कैदियों के पास मोबाइल होने की शिकायत रही है. मुफस्सिल थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह ने बताया कि इस संबंध में एफआइआर दर्ज कर ली गयी है.

सोशल मीडिया पर चर्चा में शहाबुद्दीन की तसवी
पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन एक बार फिर चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर जींस पैंट व ऊनी कोट पहने विभिन्न मुद्राओं में उनकी तसवीर वायरल हुई है. चर्चा है कि यह तसवीर जेल के अंदर की है. हालांकि इसकी अाधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है. जेल अधीक्षक विधु भारद्वाज ने वायरल तसवीर के जेल से जारी होने से इनकार किया है. इसके पहले जेल से ही प्रदेश सरकार के मंत्री के साथ मो शहाबुद्दीन की तसवीर वायरल होने की बात सामने आयी थी. इसके बाद तत्कालीन जेल अधीक्षक राधेश्याम सुमन को यहां से हटा दिया था.