सीवान : दहशत. दुकान फूंके जाने के बाद बढ़ा तनाव, बंद हुईं पूरे शहर की दुकानें, डीएम-एसपी ने संभाला मोरचा

जिले में धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति पर पानी फेरने के उद्देश्य से एक बार फिर असामाजिक तत्वों ने एक कपड़े की दुकान में आग लगा कर माहौल को तनावपूर्ण कर दिया. हालांकि प्रशासन व बुद्धिजीवियों की पहल पर एक बार फिर माहौल सामान्य हो गया. सीवान : रविवार को एक बार फिर एक कपड़े […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 18, 2016 12:52 AM
जिले में धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति पर पानी फेरने के उद्देश्य से एक बार फिर असामाजिक तत्वों ने एक कपड़े की दुकान में आग लगा कर माहौल को तनावपूर्ण कर दिया. हालांकि प्रशासन व बुद्धिजीवियों की पहल पर एक बार फिर माहौल सामान्य हो गया.
सीवान : रविवार को एक बार फिर एक कपड़े की दुकान में आग लगने की खबर के बाद शहर में तनाव व्याप्त हो गया. इससे पूरे शहर की दुकानें बंद हो गयीं. हालांकि प्रशासन ने माहौल को सामान्य करने के लिए तत्काल पहल करते हुए आमजनों के साथ शहर की सड़कों पर मार्च निकाला. इसमें डीएम व एसपी समेत प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने हिस्सा लेते हुए लोगों से सौहार्द बनाये रखने तथा दुकान खोलने व जनजीवन सामान्य रखने की अपील की. इसके बाद से हालात धीरे धीरे सामान्य होने लगा है.
नगर के शहीद सराय के सामने मौजूद किशुन कटरा की एक कपड़े की दुकान में आग लगने की खबर शहर में फैल गयी. रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव व आगजनी की घटना के तीसरे दिन हालात अभी सामान्य हो रहे थे कि अचानक सुबह दुकान में आग की खबर से एक बार फिर दहशत का माहौल व्याप्त हो गया.
अग्निशमन विभाग को सूचना मिलने पर इसके दो वाहन आग बुझाने के लिए लगाये गये. इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया. हालांकि दुकान में रखे कपड़े आग में जल गये. दुकानदार के मुताबिक, तकरीबन 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. दुकान में आग की सूचना पर डीएम महेंद्र कुमार व एसपी सौरभ कुमार शाह तुरंत मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने मौके का जायजा लेते हुए तहकीकात के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया.
हालांकि इस घटना की खबर मिलने के बाद शहर की सभी दुकानें बंद हो गयीं तथा तरह-तरह की अफवाह शुरू हो गयी.
इसके बाद शहर में मौजूद कमिश्नर प्रभात शंकर व डीआइजी एके राय के निर्देश पर सद्भावना मार्च निकाला गया. इसमें डीएम महेंद्र कुमार व एसपी सौरभ कुमार साह के अलावा सदर एसडीओ भूपेंद्र कुमार, डीडीसी राजकुमार, एसडीपीओ विजय कुमार के अलावा दोनों पक्षों के बौद्धिक वर्ग के लोग शामिल रहे.
इन लोगों ने शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर मार्च निकाला तथा लोगों से सौहार्द बनाये रखने की अपील की. इसका असर तत्काल दिखा. अधिकतर दुकानें एक बार फिर खुल गयीं. प्रशासन ने सोमवार को भी सुबह आठ बजे से सौहार्द मार्च निकाले जाने का निर्णय लिया है.

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