सेविकाओं की हड़ताल से पल्स पोलियो पर असर

बरबीघा : विभिन्न मांगों को ले क्षेत्र की समस्त आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण 2 अप्रैल से आरंभ होने वाली पोलियो टीकाकरण अभियान की सफलता पर संदेह व्यक्त किया जाने लगा है. अपनी विभिन्न मांगों के साथ-साथ तृतीय वर्गीय कर्मचारी के रूप में सेविकाओं और चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2017 5:03 AM

बरबीघा : विभिन्न मांगों को ले क्षेत्र की समस्त आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण 2 अप्रैल से आरंभ होने वाली पोलियो टीकाकरण अभियान की सफलता पर संदेह व्यक्त किया जाने लगा है. अपनी विभिन्न मांगों के साथ-साथ तृतीय वर्गीय कर्मचारी के रूप में सेविकाओं और चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के रूप में सहायिकाओं की घोषणा के साथ सम्मानजनक वेतन आदि की मांग के समर्थन में हड़ताल पर जाने वाली इन कर्मियों के अभाव में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चलायी जा रही टीकाकरण अभियान की सफलता इसलिए भी संदिग्ध प्रतीत हो रही है.

आशा कर्मियों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ सर्वाधिक संख्या आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की भी रहा करती है. स्थानीय रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आत्मानंद प्रसाद ने बताया की टीकाकरण अभियान में 7 से 70 आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं की सेवा ली जाती थी. लेकिन हड़ताल से इसके विकल्प की तलाश की जा रही है. इधर दूसरी ओर चैत्र नवरात्र एवं छठ व्रत को लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मियों के अवकाश का आवेदन भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का सरदर्द बना हुआ है. ऐसी स्थिति में 2 अप्रैल से आरंभ होने वाली पोलियो टीकाकरण अभियान की सफलता स्वास्थ्य विभाग के लिए एक चुनौती बन गयी है.

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