अगलगी से गेहूं जलकर राख

अरियरी (शेखपुरा) : स्थानीय प्रखंड में तीसरे दिन भी भीषण अगलगी में किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. बुधवार की अहले सुबह एक बार फिर प्रखंड क्षेत्र के ससबहना गांव में गेहूं के खेत में अचानक आग लगने से चारों तरफ कोहराम सा मच गया. लोग आग पर काबू पाने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 18, 2019 7:47 AM

अरियरी (शेखपुरा) : स्थानीय प्रखंड में तीसरे दिन भी भीषण अगलगी में किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. बुधवार की अहले सुबह एक बार फिर प्रखंड क्षेत्र के ससबहना गांव में गेहूं के खेत में अचानक आग लगने से चारों तरफ कोहराम सा मच गया. लोग आग पर काबू पाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. आग इतना विकराल रूप धारण कर लिया था कि उस पर काबू पाना लोगों के लिए काफी मुश्किल था.

हालांकि सूचना के पश्चात आग पर काबू पाने के लिए दमकल को बुलाया गया. परंतु जिला मुख्यालय से घटनास्थल की दूरी लगभग 10 से 12 किलोमीटर है. जिसके कारण दमकल को वहां पहुंचने में काफी समय लगा और जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक लगभग दर्जनों किसानों के गेहूं का फसल जलकर राख हो गया था.
बताया जाता है कि अगलगी की इस घटना में लगभग दस बीघा से ऊपर गेहूं का फसल जलकर राख हो गया. जबकि गेहूं कटने के बाद खुटी भरे 50 बीघा खेतों में आग की लपते खेतों में धधकती रही. इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि नवादा जिले के भौआर गांव के पास के ही एक गांव में गेहूं काटने के बाद परती खेत में आग लगा दिया था.
उसी आग की चिंगारी ने ससबहना से सटे बधार में गेहूं के फसल में आग पकड़ लिया और देखते ही देखते 10 बीघा गेहूं फसल जलकर राख हो गया. ससबहना गांव के किसान कार्तिक प्रसाद, सीताराम महतो, अशोक कुमार, कमलेश प्रसाद, अर्जुन महतो, नरेश कुशवाहा, दिनेश पासवान सहित दर्जनों लोगों का लगभग 16 बीघा गेहूं का फसल जलकर राख हो गया.
वहीं दूसरी घटना मेहुयत गांव में भी लगभग छह कट्ठा गेहूं फसल जलकर राख हो गया. समय पर आग पर काबू पाने से बड़ी घटना टल गया.
अगलगी के बाद विवाद
अगलगी की घटना के बाद ससबहना और भौआर गांव के बीच तनाव उत्पन्न हो गया था. तनाव के बाद यहां विवाद गहराने लगा. भौआर गांव के लोगों के द्वारा गेहूं फसल की कटनी के बाद खूटी लगाने का विरोध कर रहे थे. लेकिन फिर गांव के बुद्धजीवियों ने पहल कदमी कर मामले को शांत कराया.

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