शेखपुरा-आढ़ा स्टेट हाइवे पर आगजनी कर यातायात को महिलाओं ने िकया ठप

अरियरी (शेखपुरा) : 10 दिनों से पेयजल संकट झेल रहे विद्यापुर गांव के लोगों का मंगलवार को सब्र जवाब दे गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने टायर जलाकर शेखपुरा-आढ़ा स्टेट हाइवे पर आवागमन पूरी तरह से ठप कर दिया. इस दौरान वाहन संचालकों के साथ ग्रामीणों की नोकझोंक भी हुई. सड़क जाम के कारण परीक्षार्थियों व आमलोगों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2019 6:34 AM

अरियरी (शेखपुरा) : 10 दिनों से पेयजल संकट झेल रहे विद्यापुर गांव के लोगों का मंगलवार को सब्र जवाब दे गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने टायर जलाकर शेखपुरा-आढ़ा स्टेट हाइवे पर आवागमन पूरी तरह से ठप कर दिया. इस दौरान वाहन संचालकों के साथ ग्रामीणों की नोकझोंक भी हुई. सड़क जाम के कारण परीक्षार्थियों व आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

वहीं, सड़क जाम कर रहीं ललिता देवी, सैनी देवी, सीता देवी, हेमंती देवी, रूणा देवी ने विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाये. महिलाओं ने कहा कि 10 दिन पहले जलापूर्ति पंप हाउस का मोटर जल गया. इसकी सूचना विभाग के अधिकारियों को दी गयी.

तीसरे दिन कर्मी आये और मोटर खोल कर ले गये. इसके सात दिन बीत गये, परंतु फिर कोई सुधि लेने नहीं आये. लगभग आठ हजार की आबादी वाले इस गांव में साधन विहीन परिवार रहते हैं. हमलोगों को प्यास बुझाने के लिए महज दो चापाकलों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. विभाग की बेफिक्री को देख हमलोगों को यह कदम उठाना पड़ा.

फ्लोराइड ट्रीटमेंट प्लांट जलापूर्ति पंप हाउस एक साल से बंद : विद्यापुर गांव में फ्लोराइड ट्रीटमेंट प्लांट जलापूर्ति पंप हाउस भी है, परंतु विभाग की लापरवाही से यह भी बंद है. ग्रामीणों के अनुसार, एक साल पहले इस पंप हाउस का मोटर चोरी हो गया था. इसके बाद से यह बंद है. इसे फिर से चालू करवाने के लिए ग्रामीणों ने अधिकारियों से कई बार संपर्क किया व अपनी परेशानियों से अवगत कराया.
लेकिन, आज तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयी. इधर, दूसरा पंप हाउस का मोटर 10 दिन पहले जल गया, जिससे ग्रामीणों के समक्ष जल संकट गहरा गया. अंत में विभाग के अधिकारियों के रवैये से क्षुब्ध हो ग्रामीणों ने आंदोलन का रुख अख्तियार किया.
ऑपरेटर और विभाग निशाने पर : आंदोलन कर रहे स्थानीय ग्रामीणों ने साफ लहजे में कहा कि पंचायत की राजनीति का हिस्सा बन कर पंप हाउस में कार्यरत ऑपरेटर राजेश कुमार लंबे समय से गांव में पानी की आपूर्ति को बाधित कर रखा था. गांव में सब कुछ ठीक-ठाक रहते हुए भी पेयजल की समस्या बरकरार रहती थी. इतना ही नहीं, ऑपरेटर पंप हाउस को दालान के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.

Next Article

Exit mobile version