ये है आयुर्वेदिक अस्पताल, यहां नहीं होता उपचार

शिवहर : जिले के माधोपुर छाता गांव स्थित आयुवेर्दिक अस्पताल लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में नाकारा साबित हो रहा है. ग्रामीण छात्र शिवम सिंह ने बताया कि 28 अप्रैल 1994 को तत्कालीन सीतामढ़ी के समाहर्ता द्वारा इस अस्पताल का उद्घाटन किया गया. किंतु आज तक किसी चिकित्सक या स्वास्थ्य कर्मी को इस अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 20, 2018 4:43 AM
शिवहर : जिले के माधोपुर छाता गांव स्थित आयुवेर्दिक अस्पताल लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में नाकारा साबित हो रहा है. ग्रामीण छात्र शिवम सिंह ने बताया कि 28 अप्रैल 1994 को तत्कालीन सीतामढ़ी के समाहर्ता द्वारा इस अस्पताल का उद्घाटन किया गया. किंतु आज तक किसी चिकित्सक या स्वास्थ्य कर्मी को इस अस्पताल में डयूटी करते नहीं देखा गया है.
कहा कि विभागीय व्यवस्था से लोगों के बीच आक्रोश पनपने लगा है. उन्होने डीएम का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल की व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग की है. ताकि ग्रामीण को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके.
माधोपुर छाता अस्पताल की समस्या के समाधान के िलए डीएम से मिलेगा ग्रामीणों का शिष्टमंडल
शिवहर. माधोपुर छाता के पूर्व मुखिया जयमाला देवी के पति समाजसेवी जगदीश राय ने कहा कि माधोपुर छाता आर्युवेदिक अस्पताल की समस्या को लेकर ग्रामीणों का शिष्टमंडल डीएम से मुलाकात कर अस्पताल की समस्या से उन्हे अवगत करायेगा.
कहा कि अस्पताल का पूरान भवन जर्जर है. तत्कालीन व्यवस्था के तहत एक ग्रामीण के भवन में अस्पताल जैसे तैसे संचालित है. जहां चिकित्सक अलिखित, अघोषित छुट्टी पर रहते हैं. जिससे पूरी व्यवस्था चरमरा गयी है. यहां केवल स्वास्थ्य सेवा की खानापूर्ति की जा रही है.

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