Sasaram News : बाढ़ का पानी कई गांवों व स्कूलों में घुसा, परेशानी
कैमूर पहाड़ी से निकले वाली काव नदी का रूप दिन प्रति दिन बिकराल होते जा रहा
फोटो-6-स्कूल में घुसा बाढ़ का पानी पठन-पाठन बाधित. प्रतिनिधि, संझौली कैमूर पहाड़ी से निकले वाली काव नदी का रूप दिन प्रति दिन बिकराल होते जा रहा है. संझौली प्रखंड के बाजितपुर, बुकनाव, चैता, बेनसागर (काराकाट) डिहरा (बिक्रमगंज) गांव का हाल बेहाल है. गांवों की गलियों में एक से दो फुट तक पानी भर गया है. राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बेनसागर के प्रांगण में दो फुट पानी भर गया है. इस कारण पठन-पाठन बाधित हो चुका है. शिक्षक स्कूल आते जाते हैं, लेकिन अविभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से परहेज करने लगे हैं. वहीं, दूसरे तरफ ग्रामीणों को अपने घर से निकल कर बाढ़ की पानी से होकर आवश्यक वस्तु खरीदने आना जाना पड़ रहा है. पूरे इलाके की स्थिति नाजुक बनी हुई है. संझौली-राजपुर भाया बेनसागर पथ पर दो से तीन फुट पानी बह रहा है. आवागमन पूरी तरह ठप हो चुका है. एक गांव से दूसरे गांव का संपर्क भंग हो चुका है. संझौली प्रखंड का छूलकार, चारपुरवा, चांवरिया, सियावक टोला सहित आधा दर्जन गांव संझौली मुख्यालय से अलग थलग हो चुका है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि कोई भी अधिकारी बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने नहीं आ रहे हैं. अगर अधिकारी काराकाट प्रखंड क्षेत्र के इटढ़ीया गांव के पास फाटक लगा बांध का फाटक निकलवा देते, तो इतनी भयावह स्थिति उत्पन्न नहीं होती.
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