Sasaram News : दुष्कर्म पीड़िता की नहीं हो सकी मेडिकल जांच
अनुमंडलीय अस्पताल में तैनात चार महिला चिकित्सक थीं गायब
बिक्रमगंज. चार दिन पहले बिक्रमगंज अनुमंडलीय अस्पताल में दुष्कर्म का शिकार हुई एक बच्ची का मेडिकल चेकअप महिला चिकित्सकों की अनुपस्थिति के कारण नहीं हो सका. इस शर्मनाक घटना से नाराज जिलाधिकारी उदिता सिंह ने सिविल सर्जन डॉ मणिकांत रंजन को कड़ी फटकार लगायी. इसके बाद मंगलवार को सिविल सर्जन का रुख बेहद सख्त दिखा. वे सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक अस्पताल में डटे रहे़ साथ ही चिकित्सकों व कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी. निरीक्षण में सामने आया कि अस्पताल में चार-पांच महिला चिकित्सक तैनात हैं, लेकिन वे निर्धारित क्वार्टर में नहीं रहतीं. जबकि डॉक्टरों के लिए लाखों की लागत से बने पांच शानदार फ्लैट खाली पड़े हैं. मजे की बात यह है कि इन फ्लैटों में अन्य लोग रह रहे हैं, जबकि चिकित्सकों को हर महीने हाउसिंग अलाउंस भी दिया जा रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि अगर यह क्वार्टर खाली होता, तो महिला चिकित्सक यहां रह सकतीं है. और सरकार का राजस्व बचता. उन्होंने कई चिकित्सकों की लगातार लापरवाही पर वेतन भुगतान रोकने की पुष्टि की. लेकिन यह भी कहा कि चेतावनी और वेतन रोक के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा. अस्पताल प्रभारी ने अस्पताल को बनाया तबेला : सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ मणिकांत रंजन ने अस्पताल प्रभारी डॉ प्रभास कुमार पर आरोप लगाया कि इमरजेंसी और ओपीडी में आवश्यक चिकित्सक की जगह डेंटिस्ट को बैठा दिया जाता है. उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि यह अस्पताल तबेला में बदल गया है. और विभागीय रिपोर्ट पटना भेजी जा चुकी है. स्थानीय वार्ड पर्षद प्रतिनिधि सुधीर कुमार ने अस्पताल की बदहाली के लिए दो स्थानीय कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया, जो वर्षों से यहां जमे हुए हैं और राजनीति के तहत काम में व्यवधान डालते हैं. वहीं, अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक अनिल कुमार को उम्मीद है कि सिविल सर्जन के इस दौरे से परिणाम अवश्य आयेंगे. दिनभर बैठकों के दौर के बाद डॉ मणिकांत रंजन ने सभी से सुधार का संकल्प दिलवाया. महिला चिकित्सकों की अनुपस्थिति से हुई बड़ी चूक ने अस्पताल प्रशासन को हिला दिया है, और अब जिले में उम्मीद है कि बिक्रमगंज अनुमंडलीय अस्पताल की बदहाल स्थिति में जल्द सुधार देखने को मिलेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
