Sasaram News : दावथ से 1.75 लाख रुपये के जाली नोट, मशीन व पेपर कटर बरामद
देश के कई राज्यों में फैला नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़, दावथ के सरकारी शिक्षक निकला मास्टरमाइंड
सूर्यपुरा तेलंगाना पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह का सरगना रोहतास जिले के दावथ थाना क्षेत्र के बभनौल गांव का रहने वाला एक सरकारी शिक्षक निकला है. पुलिस ने आरोपित शिक्षक के घर से नोट छापने की मशीन, कलर प्रिंटर, लैपटॉप, पेपर कटर, स्टांप वाला कागज, हाइ क्वालिटी रंग और 1.75 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किये हैं. पूरा मामला 24 सितंबर को तेलंगाना के कम्मारेड्डी नगर में सामने आया, जब एक दुकानदार ने एक ग्राहक द्वारा दिये गये 500 रुपये के नोट पर शक जताया. नोट की जांच के दौरान युवक घबराकर मौके से फरार हो गया. दुकानदार की सूचना पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपित की पहचान की और थाना कम्मारेड्डी में कांड संख्या 551/2025 के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस ने तेजी दिखाते हुए आरोपित को गिरफ्तार किया और पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि यह कोई छोटा गिरोह नहीं, बल्कि देश के कई राज्यों में फैला एक बड़ा नेटवर्क है. गिरोह के तार बिहार, महाराष्ट्र, कोलकाता, जबलपुर और अन्य शहरों से जुड़े मिले. तेलंगाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बिहार के रोहतास जिला स्थित दावथ थाना क्षेत्र के बभनौल गांव सहित करीब 10 ठिकानों पर छापेमारी की. तेलंगाना पुलिस के एसआइ जी राजू ने बताया कि गिरोह का संचालन अत्यंत संगठित तरीके से किया जा रहा था. जांच में यह भी सामने आया कि इस नेटवर्क के माध्यम से नकली नोट स्थानीय बाजारों में असली नोटों की तरह खपाये जा रहे थे. बिहार के दावथ थाने की पुलिस की मदद से बभनौल गांव में छापेमारी की गयी, जहां से आरोपित शिक्षक इब्नुल रशीद को गिरफ्तार किया गया. जाली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार इब्नुल रशीद मध्य विद्यालय बभनौल में हैं शिक्षक दावथ थानाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश सिंह ने बताया कि जाली नोट छापने के मामले में तेलंगाना पुलिस की गिरफ्त में आये इब्नुल रशीद वर्तमान में मध्य विद्यालय बभनौल में नियोजित शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं. उसने पूछताछ में स्वीकार की है कि वह पिछले तीन वर्षों से नकली नोट छापने और उन्हें विभिन्न बाजारों में फैलाने के काम में संलिप्त था. पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह के और भी सदस्य विभिन्न राज्यों में सक्रिय हैं और आने वाले दिनों में कई और खुलासे हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि तेलंगाना पुलिस को इस कार्रवाई में पूरा सहयोग दिया गया. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई एक बड़े आपराधिक नेटवर्क के खिलाफ निर्णायक प्रहार है. उन्होंने बताया कि आरोपी के घर से बरामद मशीनें और जाली नोट जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे जा रहे हैं. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि नकली नोटों की सप्लाइ किन माध्यमों से की जा रही थी और इसमें स्थानीय स्तर पर कौन-कौन लोग शामिल हैं. इस पूरे खुलासे से यह स्पष्ट हो गया है कि शिक्षा जगत की आड़ में भी कुछ लोग अपराध की राह पकड़कर समाज में गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं. पुलिस की इस कार्रवाई से नकली नोटों के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है.
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