नगर पंचायत में सड़ रहे लाखों के सफाई उपकरण

वर्ष 2021 के शुरुआती दिनों में लाखों रुपये खर्च कर नगर पंचायत में कूड़े-कचरे फेंकने के लिए इ-रिक्शा व ठेले की खरीद हुई थी

By ANURAG SHARAN | September 9, 2025 3:52 PM

कोचस. वर्ष 2021 के शुरुआती दिनों में लाखों रुपये खर्च कर नगर पंचायत में कूड़े-कचरे फेंकने के लिए इ-रिक्शा व ठेले की खरीद हुई थी, जो प्रशासन की लापरवाही से अब कबाड़ बन कर नगर पंचायत परिसर में जहां-तहां सड़ रहा है. इसकी जानकारी न तो नगर इओ को है और न ही नगर पंचायत के सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी को. इसके कारण शहर के कुछ संकीर्ण इलाकों में साफ-सफाई का कार्य पूरी तरह प्रभावित हैं. जानकारी के अनुसार, सरकार की महत्वाकांक्षी योजना लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत शहर की संपूर्ण साफ-सफाई के लिए नगर प्रशासन ने 16 ठेले और 16 इ-रिक्शे की खरीदारी की थी. इस दौरान प्रत्येक वार्ड में साफ-सफाई के लिए दो-दो कर्मचारियों को लगाया गया था. इस अभियान के तहत शहर के प्रत्येक घरों में दो-दो डस्टबिन का वितरण भी किया गया था. अभियान के शुरुआती दिनों में शहर के लोग अपने घरों से निकलने वाले कूड़े-कचरे को डस्टबिन में भर कर रखते थे. फिर,स्वच्छता कर्मचारी इस कचरे को इ-रिक्शा व ठेले के सहारे गंतव्य तक पहुंचाते थे. शहर में यह सिलसिला करीब छह महीने तक नियमित रूप से चला. इसके बाद अधिकारियों की अदूरदर्शिता और जनप्रतिनिधियों के ढुलमुल रवैया के कारण सरकार की यह योजना धरातल पर दम तोड़ने लगी. अब हालात ऐसी है कि शहर के कई हिस्सों में नियमित साफ-सफाई नहीं हो रही है. इससे वार्ड की गलियों में कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है. शहर की मुख्य नालियां कूड़े-कचरे इकट्ठा होने से बजबजा रहे हैं. इसकी चिंता न तो नगर प्रशासन को है और न ही वार्ड पार्षदों को. हालत यह है कि शहर के विभिन्न वार्डों से कूड़े-कचरे ढोने के लिए खरीदे गये इ-रिक्शा व ठेले कबाड़ बन कर नगर पंचायत परिसर में पड़ा हुआ है. इस संबंध में नगर पंचायत के सहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी प्रीति आर्या ने बताया कि इ-रिक्शा व ठेले का मरम्मत कराने का निर्देश संबंधित कर्मियों को दिया गया है. …..शहर की सफाई व कचरा फेंकने के लिए इ-रिक्शे व ठेले की हुई थी खरीद

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