कर्पूरी ठाकुर की जयंती को धूमधाम से मनाने का निर्णय

नयी संघ की बैठक में कार्यक्रम रूपरेखा पर हुआ मंथन

By ANURAG SHARAN | December 14, 2025 5:14 PM

28 दिसंबर को जननायक की जयंती, सर्वदलीय सहभागिता की तैयारी

चेनारी.

चेनारी डाक बंगला परिसर के मैदान में प्रखंड चेनारी नयी संघ की बैठक प्रखंड अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि भारतरत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 28 दिसंबर को धूमधाम से मनायी जायेगी. बैठक में जयंती समारोह की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा और विचार-विमर्श किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कन्हैया शर्मा और डॉ जयराम शर्मा ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह में सभी दलों के नेता, नवनिर्वाचित विधायक, सांसद सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर बिहार की राजनीति में गरीबों और दबे-कुचले वर्ग की सशक्त आवाज बनकर उभरे थे. बैठक के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता और नई समाज के सदस्य कन्हैया शर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर बिहार में दो बार मुख्यमंत्री और एक बार उप मुख्यमंत्री रहे. वे दशकों तक विपक्ष के नेता भी रहे. वर्ष 1952 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव जीता था. वे बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे. वर्ष 1967 में उप मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने बिहार में अंग्रेजी की अनिवार्यता को समाप्त किया, जिसके चलते उनकी आलोचना भी हुई. उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 में मुख्यमंत्री बनने पर कर्पूरी ठाकुर ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए गैर-लाभकारी जमीन पर मालगुजारी टैक्स समाप्त कर दिया. वर्ष 1977 में मुख्यमंत्री बनने पर उन्होंने नौकरियों में मुंगेरीलाल कमीशन लागू कर गरीबों और पिछड़ों को आरक्षण दिया. इस फैसले से वे सवर्णों के विरोध का भी सामना करने को मजबूर हुए. बताया गया कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारतरत्न से भी सम्मानित किया गया है. बैठक में हरिद्वार शर्मा, अयोध्या शर्मा, डॉ. जयराम शर्मा, डॉ श्याम राज ठाकुर, रामप्रवेश शर्मा, वकील शर्मा, कन्हैया शर्मा और रमाशंकर शर्मा सहित बड़ी संख्या में नई समाज के लोग मौजूद रहे.

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