स्वयंसेवा ही समाज में सार्थक बदलाव की सबसे मजबूत नींव
अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस पर एनएसएस स्वयंसेवियों ने सेवा के मूल्यों पर जतायी प्रतिबद्धता
हर योगदान मायने रखता है, हर कदम सेवा की ओर प्रेरित करता है
कोचस.
राजमुनी चंद्रधर राय महाविद्यालय, नौंवा के सभाकक्ष में शनिवार को एनएसएस के स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं ने अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस मनाया. कार्यक्रम के उद्घाटन पर प्रभारी प्राचार्य प्रो रामनाथ सिंह ने कहा कि यह दिवस दुनिया भर के स्वयंसेवकों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ शांति और विकास को आगे बढ़ाने में स्वयंसेवा के मूल्यों को पहचानने का अवसर है. इस वर्ष का मुख्य विषय ”प्रत्येक योगदान मायने रखता है” हमें याद दिलाता है कि सार्थक परिवर्तन तभी संभव है जब लोग एकजुट होकर काम करते हैं. प्रत्येक व्यक्ति अपने स्तर से कुछ अनूठा प्रदान करता है और हर कार्य समाज के लिए असाधारण योगदान बन जाता है. वहीं, राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो रम्भा कुमारी ने कहा कि एनएसएस ने उन्हें न सिर्फ समाज सेवा का अवसर दिया है, बल्कि अनुशासन, सहयोग और जिम्मेदारी का महत्व भी सिखाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
