विश्व हिंदू परिषद का दक्षिण बिहार प्रांतीय मातृ शक्ति अभ्यास वर्ग का समापन
शहर के गीता घाट आश्रम में विश्व हिंदू परिषद, दक्षिण बिहार प्रांत के तत्वावधान में चल रहे चार दिवसीय प्रांतीय मातृ शक्ति अभ्यास वर्ग का समापन रविवार को हो गया
सासाराम ग्रामीण. शहर के गीता घाट आश्रम में विश्व हिंदू परिषद, दक्षिण बिहार प्रांत के तत्वावधान में चल रहे चार दिवसीय प्रांतीय मातृ शक्ति अभ्यास वर्ग का समापन रविवार को हो गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिले के न्यूरोसर्जन डॉ कुमार वैभव, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य स्वामी रंगनाथ आचार्य जी महाराज व प्रांतीय संगठन मंत्री चितरंजन शामिल हुए. अपने दिव्य आशीर्वचन के दौरान महाराज जी ने मातृ शक्ति की भूमिका को राष्ट्र और धर्म की रक्षा में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान और सनातन संस्कृति की रक्षा में मातृ शक्ति सदैव अग्रणी रही है. संगठन मंत्री चितरंजन ने संगठन की विविध गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए मातृशक्ति के योगदान को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैचारिक युद्ध चल रहा है. सनातन विरोधी ताकते कई प्रकार की जिहाद को लेकर भारत में प्रवेश कर रही है. इससे बचाव के लिए हमें एक विमर्श योद्धा के रूप में तैयार होना होगा. इसके लिए विश्व हिंदू परिषद मातृ शक्ति के संगठन, संस्कार और सशक्तिकरण के लिए निरंतर कार्यरत है. धर्माचार्य प्रमुख दक्षिण बिहार रामायण शास्त्री ने मातृशक्ति को परिवार और समाज दोनों का आधारशिला बताया. प्रांत सह-प्रमुख धर्मप्रसार भोला चौहान ने कहा कि मातृशक्ति की जागृति से ही धर्म और संस्कृति का व्यापक प्रसार सम्भव है. मातृशक्ति के जिला सह संयोजक चंचला देवी ने बिहार के कोने कोने से अभ्यास वर्ग में आयी बहनों को अंग वस्त्र से सम्मानित किया. जिला मंत्री यश उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापन व्यक्त किया और सभी उपस्थित अतिथियों, मातृशक्ति कार्यकर्ताओं व आयोजकों का आभार प्रकट किया. कार्यक्रम को विभाग गौरक्षा प्रमुख अरुण कास्कर, जिला सुरक्षा प्रमुख गोलू दुबे, नगर संयोजक शानू तिवारी व मातृशक्ति कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर अभ्यास वर्ग को सफल बनाया.
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