ग्रामीण क्षेत्रों के कई घाटों पर कीचड़ और फिसलन देख छठ व्रतियों की बढ़ी चिंता
छठ महापर्व को लेकर पूरे क्षेत्र में श्रद्धा और उत्साह का माहौल है, लेकिन दिघवारा के ग्रामीण क्षेत्रों के कई गंगा घाटों की स्थिति चिंता बढ़ा रही है.
दिघवारा. छठ महापर्व को लेकर पूरे क्षेत्र में श्रद्धा और उत्साह का माहौल है, लेकिन दिघवारा के ग्रामीण क्षेत्रों के कई गंगा घाटों की स्थिति चिंता बढ़ा रही है. आमी, नौरानीपट्टी, कर्मवारी पट्टी समेत मलखाचक, पिपरा और रामदासचक घाटों पर इस बार दलदल जैसी स्थिति बनी हुई है. गंगा के घटते जल स्तर और लगातार हो रही सिल्ट जमाव के कारण घाटों पर कीचड़ और फिसलन बढ़ गयी है, जिससे श्रद्धालुओं को संध्या और सुबह के अर्घ देने में कठिनाई हो सकती है. बरुआ पंचायत क्षेत्र के कई घाटों तक जाने वाले रास्ते भी गड्ढों और कीचड़ से भरे हैं. व्रतियों और ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल घाटों की सफाई, बालू बिछाने और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि महापर्व के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो. नगर पंचायत के राईपट्टी और शंकरपुर रोड घाटों पर श्रद्धालु मुख्य धारा तक नहीं पहुंच सकते हैं, क्योंकि कई जगह बाढ़ का पानी अभी भी जमा है. ऐसे श्रद्धालु चकनूर के मस्जिद के सामने बनने वाले सिक्सलेन पुल और पूर्वी रेलवे ढाला के बालू घाट के रास्ते का उपयोग करके गंगा की मुख्य धारा तक पहुंच सकते हैं. वार्ड 13, 14, 15 और 16 के श्रद्धालु इन मार्गों के जरिए वाहन से घाट तक पहुंच सकेंगे. ऐसे घाटों पर वाहन सेवा उपलब्ध होने से बुजुर्ग और बीमार श्रद्धालु भी आसानी से अर्घ्य देने जा सकेंगे. नगर प्रशासन ने घाटों को दुरुस्त कर उन्हें सुरक्षित बनाने की तैयारी कर ली है, ताकि व्रतियों को कोई परेशानी न हो.
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