मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरों से की जा रही निगरानी

हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला धार्मिक अध्यात्मिक महत्व के साथ साथ हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा हैं.

By ALOK KUMAR | November 11, 2025 10:23 PM

सोनपुर. हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला धार्मिक अध्यात्मिक महत्व के साथ साथ हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा हैं. सिर्फ कार्तिक पूर्णिमा के दिन हरिहर क्षेत्र सोनपुर मे लाखो लोगो को एक साथ लाते हैं. वैसै तो हजारो लोगो का मेले मे प्रतिदिन आना होता है, चाहे वह धार्मिक आस्था का संगम हो या मेला उत्सव. हालांकि, इतनी बड़ी भीड़ को संभालना और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करना पुलिस प्रशासन के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है. अप्रिय घटना और संभावित खतरों को देखते हुए मेलों की सुरक्षा व्यवस्था सख्त है. वैसे पहले से ही मेले की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान पहले से ही प्रतिनियुक्ति है पूरे मेला क्षेत्र को सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है. सुरक्षा के तहत, पूरे मेला क्षेत्र को कई सेक्टरों और जोन में विभाजित किया गया है. हर ज़ोन की जिम्मेदारी एक पुलिस अधिकारी को सौंप दिया गया है.भीड़ का शोर,जो हज़ारों आवाज़ों, चिल्लाहट और संगीत का मिश्रण अब हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला मे देखने सुनने को मिल रहा है. मेला मे दिनोंदिन बढते भीड़ एक खास माहौल पैदा कर दिया है.यह भीड़ कोई व्यवस्थित जनसमूह नहीं बल्कि खुशी और उत्सुकता से भरा है. इस मेले मे आने वाले लोगो में हर तरह के लोग शामिल हैं. एक तरफ जहाँ रंग-बिरंगे कपड़े पहने महिला चूड़ियों, सौंदर्य सामग्री और घरेलू सामानों की दुकानों पर मोल-भाव करती नजर आ रही हैं, वहीं दूसरी ओर बच्चे गुब्बारों, खिलौनों और छोटे झूलों की ओर भागते नजर आ रहे हैं. बच्चों का उत्साह देखने लायक होता है, उनकी आँखों में मेले का आकर्षण और झूला पर झूलने और मेले की पूरी समान खरीदवा लेने ललक साफ़ दिखने को मिलता है.युवा जोड़े, हाथ में हाथ डाले, मेले की मीना बाजार में घूमते नजर आते हैं, जबकि बुजुर्ग लोग किसी शांत कोने में बैठकर बदलते समय और जीवन के इस उत्सव को निहारते हैं. खाने-पीने की दुकानों पर सबसे अधिक भीड़ है, जहां चाट, पकौड़े और मिठाइयों का सुगंध माहौल को और भी मनमोहक बना दिया है.लोग चटकारे लेकर खा रहे हैं और अपने प्रियजनों को खिला भी रहे हैं.मेले की इस भीड़ मे कभी धक्का-मुक्की तो कभी एक-दूसरे को रास्ता देते हुए आगे बढ़ मेला घुमने वाले बढ़ जाते है.कभी-कभी यह भीड़ असुविधा का कारण भी बन रहा है,पर इस असुविधा में भी एक सामूहिक आनंद छिपा रहता है.यह भीड़ लोगो को यह बता रहा है कि जीवन, तमाम मुश्किलों के बावजूद, उत्सव और मेल-मिलाप का नाम है.मेला देखने वालों का यही भीड़ हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले के विविधता और उल्लास का सच्चा दर्पण है, जो कुछ घंटों के लिए हर किसी को अपने दैनिक चिंताओं से मुक्त कर दे रहा है.मेले मे अभी कृषि विभाग की प्रदर्शनी से लेकर कोई भी सरकारी स्टॉल शुरू नही हुआ है,लेकिन का तेजी से चल रहा है. आचार संहिता भी मेले मे बाधक बना हुआ है.

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