विषम परिस्थितियों से निबटने के लिए छपरा जंक्शन पर हुई मॉक ड्रील, बेहतर दिखी व्यवस्था
छपरा जंक्शन पर गुरुवार को रेलवे का सायरन बजते ही पूरे विभाग में अलर्ट की स्थिति बन गयी.
छपरा. छपरा जंक्शन पर गुरुवार को रेलवे का सायरन बजते ही पूरे विभाग में अलर्ट की स्थिति बन गयी. जानकारी मिला कि पटेढ़ी स्टेशन पर एक ट्रेन डिरेल हो गयी है तथा एक कोच में आग लगने की सूचना है. यह जानकारी मिलते ही स्टेशन प्रबंधन, आरपीएफ तथा सीआइबी सक्रिय हो गये. तत्काल रेलवे की आपात प्रतिक्रिया टीम तैयार कर दी गयी और सभी पदाधिकारी घटनास्थल की ओर रवाना हुए. हालांकि बाद में स्पष्ट किया गया कि यह पूरी घटना एक मॉक ड्रिल का हिस्सा थी, लेकिन सूचना मिलते ही अधिकारियों व कर्मियों ने वास्तविक आपदा की तरह तत्परता दिखाते हुए सभी आवश्यक कदम उठाये. इस दौरान स्टेशन अधीक्षक आनंद कुमार, आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त मुकेश पंवार, आरपीएफ प्रभारी विनोद कुमार यादव, सीआइबी प्रभारी संजय मिश्र फायर ब्रिगेड की टीम व बड़ी संख्या में रेलवे कर्मी मौके पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंचकर मानवीय संकट की स्थिति के अनुरूप कोच से यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने की प्रक्रिया की गयी. फायर फाइटिंग उपकरणों के माध्यम से आग पर नियंत्रण के अभ्यास के साथ घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार देने तथा उन्हें अस्पताल भेजने की व्यवस्था प्रदर्शित की गयी. साथ ही आपदा के दौरान रेल सेवा बहाल करने की प्रक्रिया पर भी विशेष रूप से फोकस किया गया. अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की मॉक ड्रिल समय-समय पर आयोजित की जाती है, ताकि किसी वास्तविक दुर्घटना की स्थिति में बचाव कार्य में कोई कमी न रह जाये. रेल प्रशासन ने कहा कि सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा आपात प्रबंधन को मजबूत बनाने के लिए इस तरह के अभ्यास लगातार जारी रहेंगे. इस दौरान आरपीएफ के सुंदरजीत कुमार समेत अन्य मौजूद थे.
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