आज से अंगीभूत महाविद्यालयों में शुरू होगी स्नातक सेकेंड सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षा
स्नातक सत्र 2024-28 सेकेंड सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षा आज से जिले के अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रारंभ होगी. 11 से 18 दिसंबर के बीच निर्धारित शेड्यूल पर परीक्षा होनी है.
छपरा. स्नातक सत्र 2024-28 सेकेंड सेमेस्टर की प्रायोगिक परीक्षा आज से जिले के अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रारंभ होगी. 11 से 18 दिसंबर के बीच निर्धारित शेड्यूल पर परीक्षा होनी है. कॉलेज स्तर पर परीक्षा का शेड्यूल पूर्व में ही तैयार कर लिया गया है. कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई के निर्देश पर प्रायोगिक परीक्षा शुरू होने से पूर्व सभी कॉलेजों की प्रयोगशालाओं को भी अपडेट किया गया है. प्रयोगशाला में जिन व्यवस्थाओं की कमी थी. उसे पूरा करा लिया गया है. कुलपति का स्पष्ट निर्देश है कि हर हाल में व्यवस्थित रूप से प्रैक्टिकल करना होगा.
बिना प्रयोग कराये छात्रों को अंक देने की यदि सूचना मिलती है तो वैसे कॉलेज पर कार्रवाई भी की जायेगी. उधर परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार मिश्रा ने भी शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा आयोजित कराये जाने को लेकर गाइडलाइन जारी किया गया है. ऑब्जर्वर की टीम प्रायोगिक परीक्षा का निरीक्षण करेगी. वहीं सभी केंद्रों पर बाह्य परीक्षाओं के माध्यम से परीक्षा संपन्न करायी जायेगी. परीक्षाओं में अवैध वसूली रोकना विवि प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा. विवि द्वारा प्रायोगिक परीक्षा को लेकर हर बार विशेष गाइडलाइन जरूरी जारी किया जाता है. लेकिन अधिकतर कॉलेज छात्रों पर दबाव बनाकर प्रायोगिक में मनचाहा अंक देने के नाम पर उगाही करने में कामयाब हो जाते हैं. कुछ वर्ष पूर्व छात्रों ने स्नातक की प्रायोगिक परीक्षाओं में अवैध वसूली का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था. जिससे सम्बंधित कॉलेजों की किरकिरी हुई थी. कुछ मामलों में विवि प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कारवाई भी की थी और अगली परीक्षाओं में प्रायोगिक के लिए भी स्पेशल ऑब्जर्वर नियुक्त हुए थे.इन विषयों की होगी प्रायोगिक परीक्षा
विज्ञान विषय के अंतर्गत भौतिकी, रसायन शास्त्र, बॉटनी, जूलॉजी व आइएफएफ की प्रायोगिक व वायवा परीक्षाओं का संचालन होगा. वहीं कला में मनोविज्ञान, भूगोल, होम साइंस, अंग्रेजी व संगीत विषय की प्रायोगिक परीक्षा व वायवा आयोजित की जायेगी. विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सत्र 2023 में लागू च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के अनुरूप ही प्रैक्टिकल में भी कई बदलाव हुए हैं. इसमें मेजर कोर्स, माइनर कोर्स व एमडीसी के अंतर्गत जो विषय आते हैं. उनकी प्रायोगिक परीक्षा अलग-अलग शेड्यूल पर होगी. जिसकी पूरी जानकारी कॉलेज में दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
