अतिक्रमण हटते ही बंगाली बाजार सब्जी मंडी की सड़कें हो गयी चौड़ी, गुजरने लगे वाहन

अतिक्रमण हटते ही बंगाली बाजार सब्जी मंडी की सड़कें हो गयी चौड़ी, गुजरने लगे वाहन

By Prabhat Khabar News Desk | February 27, 2025 5:54 PM

शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण का खेल बदस्तूर जारी उजड़ने व बसाने की पड़ चुकी है आदत सहरसा . शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण का खेल बदस्तूर जारी है. शहर की मुख्य सडकों की कौन कहे, अब सहायक सडकों पर भी अतिक्रमण का खेल शुरू है. जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने व लोगों द्वारा फिर से उसी जगह पर अतिक्रमण करने का कार्य जारी है. जिला प्रशासन द्वारा 48 घंटे पूर्व अतिक्रमण हटाने को लेकर माइकिंग कराई जाती है. जिसके बाद अतिक्रमण को हटा दिया जाता है. लेकिन अतिक्रमणकारी इसके बावजूद भी फिर उसी जगह पर दूसरे दिन से अतिक्रमण का कार्य शुरू कर देते हैं. जो धीरे-धीरे पूर्ण आकार ले लेता है. जिससे शहरी क्षेत्र जाम की स्थिति से दो चार होता रहता है. वीर कुंवर सिंह चौक से समाहरणालय व थाना चौक से कोल्ड स्टोरेज तक सड़क के दोनों तरफ बडा अतिक्रमण का कार्य हो रहा है. यह अतिक्रमण का खेल पिछले कई वर्षों से बदस्तूर जारी है. अब अतिक्रमण की नौबत इतनी बढ़ गयी है कि कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमित जमीन पर भाड़ा लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. यह हाल पूरे शहरी क्षेत्र में अब संक्रमित बीमारी की तरह फैल चुका है. शहरी क्षेत्र की ऐसी एक भी सड़क नहीं है, जहां अतिक्रमण कर कोई ना कोई रोजगार लोगों द्वारा शुरू नहीं किया गया है. यहां तक की सड़क के किनारे बने नाले को भी अतिक्रमण कर कुछ ना कुछ व्यापार शुरू कर दिया गया है. नाले पर दुकानदारों द्वारा अपने बोर्ड लगा रखे हैं. जिससे सड़क इतनी संकीर्ण हो गयी है कि दो वाहन एक साथ गुजर नहीं सकते. रिफ्यूजी कॉलोनी से लेकर महावीर चौक, शंकर चौक, डीबी रोड, थाना चौक, वीर कुंवर सिंह चौक पूरी तरह अतिक्रमण के चपेट में है. जब भी जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण को हटाया जाता है. उसके दूसरे दिन फिर से दुकानें सज जाती हैं. इतना ही नहीं कचहरी ढाला पर भी अतिक्रमणकारियों के कारण सड़क काफी संकीर्ण हो चुकी है. जिला प्रशासन द्वारा यहां से भी अतिक्रमण हटाया गया था. लेकिन दूसरे दिन से ही अतिक्रमणकारी फिर से अपनी दुकान सजाने लगे एवं व्यापर फिर से शुरू कर दिया गया. वहीं इन दिनों बंगाली बाजार सब्जी मंडी सिफ सुथरी नजर आ रही है. थौक सब्जी व्यवसायियों ने यहां से खुदरा सब्जी व्यवसायियों को हटा दिया है. जिससे यह सड़क पिछले तीन दिनों से लोगों को राहत प्रदान की है. जबकि पूर्व में इस रास्ते सुबह से देर शाम तक वाहन से गुजरना ना मुमकिन होता था. अभी हालात काफी सुधरी नजर आ रही है. अतिक्रमणकारियों के हैं हौसले बुलंद बार-बार अतिक्रमण उजाड़ने के बावजूद भी अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं. जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उजाड़ाना एवं अतिक्रमणकारियों द्वारा फिर से अतिक्रमण का कार्य शुरू करना अब खेल बन चुका है. एक बार जिला प्रशासन अतिक्रमण हटाकर गयी कि पीछे से फिर से अतिक्रमणकारी अपनी दुकानें सजाने लग जाते हैं. जिससे थोड़ी देर के लिए गहमा गहमी तो रहती है. लेकिन अतिक्रमणकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है. जिला प्रशासन सरकारी जमीन से अतिक्रमण तो हटा देती है. लेकिन इसके हटाने के बाद पलट कर फिर से अतिक्रमण हटाए गये जमीन की देखभाल नहीं करती है. जिससे अतिक्रमणकारियों पर अतिक्रमण हटाने का असर नहीं पड़ता है. अतिक्रमण हटाकर जिला प्रशासन अपनी कहानी वहीं समाप्त कर देती है. जबकि अतिक्रमण हटाने के बाद उन जगहों की सुरक्षा एवं संरक्षण के कोई उपाय लगा दिया जाए तो फिर से अतिक्रमण नहीं हो सकेगा. जिला प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. जिसका लाभ अतिक्रमणकारियों द्वारा बार-बार लिया जाता है.

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