भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट, माया व अखिलेश भी आयेंगे साथ : शरद

सहरसा :जदयूके पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लोजद के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद शरद यादव ने आज कहा कि अभी महागठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दा लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना है. महागठबंधन में पीएम पद का उम्मीदवार कभी रहा ही नहीं है. यह भाजपा द्वारा फैलाया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2018 8:29 PM

सहरसा :जदयूके पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लोजद के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद शरद यादव ने आज कहा कि अभी महागठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दा लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना है. महागठबंधन में पीएम पद का उम्मीदवार कभी रहा ही नहीं है. यह भाजपा द्वारा फैलाया गया भ्रम है. पांच राज्यों में हुए चुनाव के नतीजे वहां के लोगों की बैचेनी का विस्फोट है. ये पूरे देश की आवाज है. लेकिन, फिलहाल मौका पांच राज्यों की जनता को मिला और उन्होंने अपना फैसला बता दिया.

सांसद शरद यादव बुधवार को यहां स्थानीय परिसदन में मीडिया से बातचीतमें उक्त बातें कही. उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार घोषित प्रधानमंत्री के बगैर चुनाव लड़े गये और जीत के बाद प्रधानमंत्री का चुनाव किया गया. पूरा विपक्ष भाजपा के खिलाफ एक है. हम मिल कर चुनाव लड़ेंगे और जनविरोधी नीतियों व झूठे वादे कर सत्ता में आयी भाजपा को लोकसभा चुनाव में हराने के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए नेता का चुनाव करेंगे.

एक सवाल के जबाव में शरद यादव ने कहा कि मायावती और अखिलेश यादव भी महागठबंधन में शामिल होंगे. सभी का पहला काम भाजपा को हटाना ही है. नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था बीस साल पीछे चली गयी है. आरबीआइ के गर्वनर तक ने इनकी नीतियों व हस्तक्षेप से तंग आकर इस्तीफा दे दिया. पिछले चुनाव में 31 फीसदी लोगों ने भाजपा को वोट दिया, लेकिन ये सौ करोड़ की बात करते हैं. अदालत के खिलाफ बोलते हैं, अदालत को क्या करना चाहिए, ये चेतावनी देते हैं. इन्हें पता होना चाहिए कि देश संविधान से चलता है और अदालतें कानून के सहारे चलती है. राज्य सरकार पर कटाक्ष करते शरद ने कहा कि जब पूरा देश भाजपा के साथ था. उस समय बिहार की जनता ने उसे नकार दिया.

सीएम नीतीश का नाम नहीं लेतेहुए शरद ने कहा, लेकिन उस जनादेश को नकारते हुए हमारे मित्र ने जनता के खिलाफ जाकर उनका साथ दे दिया. नतीजा यह है कि बिहार की दशा शब्दों में बयां नहीं की जा सकती. कानून का डर ही नहीं बचा है. अपराधी लाशों तक के टुकड़े कर रहे हैं. उद्योग व्यवस्था पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. सरकार की साख दांव पर लगी है. मौके पर पूर्व एमएलसी विजय कुमार वर्मा, पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, लोजद जिलाध्यक्ष धनिक लाल मुखिया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विद्यानंद मिश्र, राजद जिलाध्यक्ष जफर आलम, जिप सदस्य धीरेंद्र यादव, शेर अफगान मिर्जा, वीरेंद्र शेखर सहित अन्य मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version