गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर के साथ बनें विश्व ध्यान का हिस्सा : डॉ अनिल गुप्ता
विश्व ध्यान दिवस पर आज 11 बजे पूर्णिया में होगा सामूहिक ध्यान
विश्व ध्यान दिवस पर आज 11 बजे पूर्णिया में होगा सामूहिक ध्यान
विश्व ध्यान दिवस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे आम से लेकर खास लोग
पूर्णिया. हमारा जीवन विचारों का खेल है. कहते हैं जैसी दृष्टी वैसी सृष्टि… इस वाक्य की व्यापकता ध्यान की गहराइयों में उतरने के बाद ही समझी जा सकती है. ध्यान एक ऐसी साधना है जो हमें बाह्य जगत से आंतरिक जगत की ओर ले जाता है. ध्यान न केवल तनाव को कम करता है बल्कि यह हमारे विचारों को भी स्पष्टता प्रदान करता है. ध्यान से सकारात्मक विचारों की वृद्धि होती है जिससे हमारे निर्णय लेने की क्षमता भी बेहतर होती है. उक्त बातें शहर के जाने-माने सर्जन और आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्य डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने कही. वे विश्व शांति दिवस के एक दिन पहले मीडिया से बात कर रहे थे. दरअसल, 21 दिसंबर यानी रविवार को केवल भारत ही नहीं पूरा विश्व एक ऐसे क्षण का गवाह बनने जा रहा है. जब पूरी दुनिया के लोग एक साथ बैठकर ध्यान करेंगे. यह ध्यान न केवल उनके जीवन में वैचारिक शांति प्रदान करेगा बल्कि यह वैश्विक शांति को भी बल प्रदान करेगा. डॉ. अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि इसी कड़ी में पूर्णिया आर्ट ऑफ लिविंग परिवार ही नहीं बल्कि शहर के आम से लेकर खास भी रविवार को एक साथ आएंगे और सामूहिक रूप से ध्यान करेंगे. शहर के श्रीनायक होटल के हॉल में गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर की आवाज में सामूहिक रूप से ध्यान करेंगे और वैश्विक शांति के साथ-साथ पूर्णिया की शांति और तरक्की के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे. इस मौके पर डॉ. अनिल कुमार गुप्ता की धर्मपत्नी और भाजपा महिला मोर्चा की कोषाध्यक्ष पिंकी गुप्ता ने कहा कि आज अधिकांश लोग दैनिक जीवन में तनाव से गुजर रहे हैं. तनाव की वजह से लोगों को कई सारी बीमारियां हो रही है। ऐसे में ध्यान लोगों की भावनात्मक रूप से और मानसिक रूप से शांति प्रदान करेगा। इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार गुप्ता और पिंकी गुप्ता ने जिलेवासियों से 21 दिसंबर की रात 8:30 बजे गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर के साथ ध्यान करने की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
