मतदाता जागरूकता अभियान वैन की चपेट में आने से बच्चे की मौत
बनमनखी : सोमवार को मतदाता जागरूकता अभियान वैन की चपेट में आने से सात वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गयी.घटना बनमनखी अनुमंडल कार्यालय परिसर की बतायी जा रही है. बताया जा रहा है की अन्य दिन की भांति सोमवार को भी मतदाता जागरूकता अभियान वाला वैन करीब चार बजे अनुमंडल कार्यालय परिसर में आकर […]
बनमनखी : सोमवार को मतदाता जागरूकता अभियान वैन की चपेट में आने से सात वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गयी.घटना बनमनखी अनुमंडल कार्यालय परिसर की बतायी जा रही है. बताया जा रहा है की अन्य दिन की भांति सोमवार को भी मतदाता जागरूकता अभियान वाला वैन करीब चार बजे अनुमंडल कार्यालय परिसर में आकर रुक गयी.
थोड़ी देर के बाद उक्त वाहन के ड्राईवर द्वारा अचानक पीछे की और ले जाने लगा. इसी दौरान वाहन के पीछे खेल रहे चाय दुकानदार मुन्ना कुमार राय का सात वर्षीय पुत्र गौरव अचानक उक्त वाहन की चपेट में आ गया.
जब तक आसपास के लोग हो हाल्ला करते तब तक वैन का चक्का बच्चे की सिर को कुचलते हुए कुछ दूर पीछे जा रुका. आनन-फानन में घायल बच्चे को अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान बच्चे की मौत हो गयी. मौत की खबर मिलते ही परिजन में कोहराम मच गया.परिजन का रो रो कर बुरा हाल है.
इधर घटना की सूचना मिलते ही बनमनखी थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार घटना स्थल पर पहुंच कर मतदाता जागरूकता अभियान वैन के साथ उसके चालक मनीष कुमार को हिरासत में ले लिया है. थानाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया की पीड़ित परिजन के लिखित आवेदन पर चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.
आखिर किसके कहने पर यहां था वैन
पूर्णिया लोकसभा चुनाव के दौरान जिला मुख्यालय से जिस मतदाता जागरूकता वैन को बनमनखी के मतदाता को जागरूक करने के लिए भेजा गया था वह आखिर मतदान के बाद आखिर किसके कहने पर अनुमंडल परिसर में विगत छह दिनों से डेरा जमाये हुए था. घटना के बाद यह सवाल अब हर किसी के जुवान पर है. प्रचार के समापन के बाद जहां तमाम मतदाता जागरूकता वैन को वापस जिला मुख्यालय भेज दिया गया वहीं बनमनखी आया यह वैन विगत छह दिनों से यहीं था.
स्वीप के अंतर्गत बनमनखी में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए जिला मुख्यालय से मतदाता जागरूकता अभियान वैन को मंगाया गया था. प्रचार समापन के साथ ही वापस जिला मुख्यालय चले जाना चाहिए था किस वजह से उक्त वैन गत छह दिनों से अनुमंडल कार्यालय परिसर में था, यह जांच का विषय है. इस मामले में बनमनखी के सीओ को जांच कर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दे दिया गया है.
राकेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, बनमनखी
परिजनों को उपलब्ध कराया एंबुलेंस: बनमनखी के अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के दौरान जिस बच्चे की मौत हो गयी, उसके परिजन शव को अपने कंधे पर घर ले जाने को मजबूर हो रहे थे.
इधर अस्पताल प्रबंधक मूकदर्शक बने रहे. जैसे ही प्रभात खबर ने कंधे पर शव ले जा रहे परिजन की तस्वीर अपने कमरे में कैद की वैसे ही अस्पताल के प्रभारी तुरंत हरकत में आये. दरअसल फोटो की भनक अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रिंस कुमार सुमन को मिलते ही उन्होंने शव को कंधे पर लाद कर ले जा रहे को अस्पताल गेट से वापस लौटाया और एंबुलेंस से पुनः सभी को घर भेजा.