हड़ताल पर बिजली मिस्त्री

पूर्णिया : बिजली विभाग के मिस्त्री की ड्यूटी के दौरान मंगलवार को हुई मौत के बाद सभी नियोजित मिस्त्री गुरुवार से हड़ताल पर चले गये. मानव बल कहलाने वाले ऐसे कर्मियों की संख्या लगभग 250 बतायी जाती है. ऐसे में बिजली विभाग के मरम्मत से जुड़े कार्यों के प्रभावित होने की संभावना से इनकार नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 21, 2017 12:58 PM
पूर्णिया : बिजली विभाग के मिस्त्री की ड्यूटी के दौरान मंगलवार को हुई मौत के बाद सभी नियोजित मिस्त्री गुरुवार से हड़ताल पर चले गये. मानव बल कहलाने वाले ऐसे कर्मियों की संख्या लगभग 250 बतायी जाती है. ऐसे में बिजली विभाग के मरम्मत से जुड़े कार्यों के प्रभावित होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. गुरुवार को पॉलिटेक्निक मैदान में सभी मिस्त्री इकट्ठा होकर विभाग पर गैर जिम्मेदाराना रवैये का आरोप लगाये. कहा कि इस वर्ष 01 जनवरी से 18 जुलाई तक आठ बिजली मिस्त्री की मौत करंट से झुलस कर हो चुकी है.
विभाग द्वारा उन लोगों का नियोजन मानव बल के रूप में किया गया. विभाग द्वारा उन लोगों से 18 घंटे प्रतिदिन काम लिया जाता है और मानदेय मात्र 4619 रुपये ही दिया जाता है. वक्ताओं ने कहा कि सुरक्षा सामग्री के नाम पर विभाग में राशि की बंदरबांट हो रही है. यही वजह है कि कार्य के दौरान अक्सर मिस्त्री की मौत हो जाती है. नियोजित मिस्त्री, जिन्हें मानव बल के नाम पर विभाग द्वारा रखा गया है, वे सभी अब दक्ष हो चुके हैं. इसलिए उन्हें नियमित किया जाना चाहिए. श्री मिश्रा ने कहा कि मिस्त्री की सुरक्षा सबसे पहले प्राथमिकता है.
विभाग द्वारा इस मामले में जब तक ठोस उपाय नहीं किया जायेगा, हड़ताल जारी रहेगी. 02 जुलाई को न्यू सिपाही टोला के मिथिलेश कुमार, 18 जुलाई को कोर्ट स्टेशन के कुंदन की बिजली से हुई मौत को लेकर अन्य सहकर्मी भयभीत हैं. विभाग की ओर से मृत के परिजनों को हर्जाना के नाम पर केवल आश्वासन ही मिला है. हड़ताल पर बैठे मानव बलों में राजू दास, मुकेश कुमार, संजय मंडल, राधेश्याम, शंकर महलदार, विजय सिंह, सुरेंद्र साह, सोनू कुमार, अरूण मंडल, मो जावेद, सुजीत कुमार, मो शमीम, गोपाल कांति, रतन घोष, अनवर आलम, श्रवण कुमार, बंटी कुमार, मो इकबाल आदि शामिल थे.

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