Bihar: नए साल में बदलेगा बिहार के इस रेलवे स्टेशन का लुक, 6 करोड़ की लागत से बनेगा हाई लेवल प्लेटफॉर्म
Bihar: नए साल में रेलवे एक और सौगात पूर्णिया को देने वाला है. 2026 में शहर का पूर्णिया कोर्ट स्टेशन को एक नया लुक मिलेगा. गौरतलब है कि पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर डिविजन का अंतिम स्टेशन है. यह स्टेशन अब एनएसजी-3 ग्रेड में आता है.
Bihar: नए साल में रेलवे एक और सौगात पूर्णिया को देने वाला है. 2026 में शहर का पूर्णिया कोर्ट स्टेशन को एक नया लुक मिलेगा. पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के तीनों प्लेटफॉर्म को हाई लेवल बनाया जाएगा. इसकी प्रारंभिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. यह अलग बात है कि नये साल में इस स्टेशन पर कोचिंग कॉम्प्लेक्स और वाशिंग पिट निर्माण की भी उम्मीद बनी हुई है. समझा जाता है कि सालों से लंबित वाशिंग पिट की मांग भी नये साल में पूरी हो जाएगी.
एनएसजी-3 ग्रेड में आता है पूर्णिया कोर्ट स्टेशन
मंत्रालय को इसका प्रस्ताव काफी पहले भेजा गया था जो स्वीकृति की प्रत्याशा में पड़ा है. गौरतलब है कि पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर डिविजन का अंतिम स्टेशन है. यह स्टेशन अब एनएसजी-3 ग्रेड में आता है. हालिया सालों में कोर्ट स्टेशन पर विकास के कई अहम कार्य हुए हैं. इस दौरान न केवल प्लेटफार्म विकसित हुआ बल्कि अलग-अलग कई निर्माण कार्य भी हुए. ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई गई.
हाई-लेवल प्लेटफॉर्म का होगा निर्माण
इसी क्रम में कोर्ट स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर हाई-लेवल प्लेटफॉर्म के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. उपलब्ध जानकारी केअनुसार, लगभग 6.22 करोड़ रुपये की लागत से स्टेशन के तीनों प्लेटफॉर्म को हाई लेवल बनाए जाने की योजना है. इसके लिए टेंडर भी निकाल दिया गया है. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो एक वर्ष के अंदर इसका कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
हाई लेवल प्लेटफॉर्म से होगी सहूलियत
पूर्णिया कोर्ट रेलवे स्टेशन पर हाई लेवल प्लेटफॉर्म के निर्माण से खास तौर पर दिव्यांग यात्रियों के लिए ट्रेनों पर चढ़ना-उतरना सहज हो जाएगा. वैसे, आम यात्रियों को भी ट्रेन में चढ़ने-उतरने में सहूलियत होगी. वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों को भी इससे फायदा होगा. हाई लेवल प्लेटफॉर्म बन जाने से सुरक्षा तो बढ़ेगी ही, साथ-साथ स्टेशन भीनये लुक में नजर आएगा. दरअसल, मौजूदा स्थिति को देखते हुए काफी पहले से इसकी जरूरत महसूस की जा रही थी. इसके लिए सदन में भी मांग उठायी गई थी जबकि समस्तीपुर डिविजन की रेल सलाहकार समिति की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया था.
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कोर्ट स्टेशन से बनती हैं कई ट्रेनें
कोर्ट स्टेशन से कोसी, जनहित, जनसेवा, गरीब रथ स्पेशल सहित कई ट्रेनें चलती हैं और कई ट्रेनें यहीं से बनती भी हैं. इनमें चार एक्सप्रेस और पांच पैसेंजर ट्रेनें गुजरती है. सुबह से लेकर दो बजे रात तक स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही होती है. रात दो बजे कोर्ट स्टेशन से कोशी एक्सप्रेस ट्रेन खुलती है जो सहरसा होते हुए पटना से हटिया तक जाती है. यहां से रोजाना करीब 15 हजार यात्री रोजाना सफर करते हैं. इससे राजस्व भी अच्छा-खासा वसूल होता है. यहां आरक्षित टिकट काउंटर भी है. यहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व पंजाब की टिकट बुकिंग होती है. कोर्ट रेलवे स्टेशन से रोजाना करीब दस हजार से अधिक यात्रियों की आवाजाही होती है. इससे रेलवे को करीब 40 हजार से अधिक राजस्व की प्राप्ति होती है और महीने के 12 लाख रुपये राजस्व होता है.
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