पर्यटन क्षेत्र के टॉप-5 राज्यों में बिहार को लाने की तैयारी, रोजगार के एक लाख अवसर भी होंगे पैदा

पर्यटन क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए नयी पर्यटन नीति बनायी जा रही है. इस नीति का मुख्य उद्देश्य राज्य का आर्थिक विकास, पर्यटन के संस्थागत ढांचे का विकास, नियामक ढांचे में सुधार और उसका उन्नयन करना मुख्य उद्देश्य है.

By Ashish Jha | August 9, 2023 10:33 PM

पटना. बिहार में पर्यटन के क्षेत्र में अगले पांच सालों में एक लाख रोजगार के अवसर पैदा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि पर्यटन क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए नयी पर्यटन नीति बनायी जा रही है. इस नीति का मुख्य उद्देश्य राज्य का आर्थिक विकास, पर्यटन के संस्थागत ढांचे का विकास, नियामक ढांचे में सुधार और उसका उन्नयन करना मुख्य उद्देश्य है. नयी पर्यटन नीति को लेकर पर्यटन निदेशालय सभागार में व्यावसायिक संगठनों, होटल संचालकों, टूर ऑपरेटर्स और गाइडों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि नयी नीति में पर्यटन विभाग द्वारा प्रभावी ढांचे के निर्माण हेतु उद्यमियों को आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान किया जाना है, ताकि राज्य में एक कुशल और प्रभावी पर्यटन का विकास हो सके. नयी नीति से युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार का सृजन हो सके, इस पर पूरा ध्यान रखा गया है. नीति का उद्देश्य बिहार को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है, जिसमें सभी की भागीदारी से एक स्तरीय पर्यटन अवसंरचना का विकास हो सके.

पर्यटक के मामले में टॉप 5 राज्यों में आना अगला लक्ष्य

सचिव ने कहा कि पर्यटन नीति का उद्देश्य विदेशी और घरेलू पर्यटकों की आमद और भी अधिक बढ़ाना है. हम कोरोना के पहले विदेशी पर्यटकों की श्रेणी में देश में नौवें नंबर पर थे और देशी पर्यटकों की श्रेणी में 15 वें पायदान पर थे. आनेवाले कुछ वर्षों में हम दोनों श्रेणियों में किस प्रकार क्रमशः टॉप फाइव और टॉप टेन की श्रेणी में रहें, इसके लिए रणनीतिपूर्वक कार्य किया जा रहा है. हमारा लक्ष्य है कि अगले पांच वर्षों में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के तहत राज्य में 2000 कमरों का नया स्ट्रक्चर खड़ा हो, 50 से ज्यादा राष्ट्रीय और राजकीय मार्गों पर मार्गीय सुविधा के तहत पर्यटक सत्कार केंद्र का निर्माण हो, सभी उद्यमियों के लिए सिंगल विंडो क्लिएरेंस की स्थापना के साथ, पर्यटकों के लिए लैंड बैंक का निर्माण करते हुए ट्रांसपोर्टेशन फैसिलिटी का विकास हो.

पांच भागों में बांट कर पर्यटन स्थलों का होगा विकास

उन्होंने कहा कि राज्य के पर्यटन क्षेत्र का संपूर्ण विकास करने के लिए पर्यटन स्थलों को अलग-अलग भागों में विभक्त किया गया है. राज्य के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन, विरासत एवं सांस्कृतिक पर्यटन, इको टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, मीटिंग, इनिशिएटिव्स, कॉन्फ्रेंस व एक्जीबिशन टूरिज्म, सप्ताहांत पर्यटन और ग्रामीण पर्यटन के तहत टूरिज्म पॉलिसी में उद्यमियों को कई तरह के मदद और प्रोत्साहन राशि के प्रावधान प्रस्तावित हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों की सुझाव का नीति में ध्यान रखा जायेगा. टूरिज्म पॉलिसी में उद्यमियों को कई तरह के मदद और प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान प्रस्तावित हैं. राज्य के सभी उद्यमी आगे आएं और अपने सुझावों को देते हुए भागीदारी के साथ सहभागिता करते हुए बिहार पर्यटन के ब्रांड एंबेसडर स्वयं बनें.

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नव उद्यमियों को आकर्षित करने का होगा प्रयास

पर्यटन सचिव ने अपने संबोधन में कहा कि स्थापित उद्यमियों के साथ नव उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए राज्य की पर्यटन नीति बनायी जा रही है. इससे राज्य का आर्थिक विकास, पर्यटन के संस्थागत ढांचे की बेहतर संरचना का विकास, इसके नियामक ढांचे में सुधार और उसका उन्नयन करना पर्यटन विभाग का मुख्य उद्देश्य है, ताकि पर्यटन के लिए यथोचित पर्यटन उद्यम परिवेश को हम सब और बेहतर कर सकें. इसी लक्ष्य के अनुरूप अतिथि देवो भव की भावना के साथ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पर्यावरणीय विरासत से जुड़ें पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग की जानी है.

स्थानीय पर्यटकों को सर्वोत्तम सेवा प्रदान करना लक्ष्य

उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग का उद्देश्य है कि राज्य में देशी व विदेशी के साथ स्थानीय पर्यटकों को सर्वोत्तम सेवा प्रदान करने वाले पर्यटन सुविधाओं का विकास हो, विभिन्न पहलों के माध्यम से प्रतिभाशाली युवाओं के लिए रोजगार का सृजन हो, हम पर्यटक सुरक्षा और उनकी जरूरतों के उच्चतम मानकों पर जोर देंगे. इसके साथ ही पर्यटन केंद्रित सर्वोत्तम श्रेणी की प्रौद्योगिकी संचालित पहलों को कार्यान्वित करेंगे. बैठक में सीआईआई के निदेशक सुमित चक्रवर्ती, एसोचैम से सैयद मुस्तफा, फेडरेशन ऑफ होडल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर एसोसिएशन, बिहार टूरिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि, होटल संचालक, टूर ऑपरेटर्स और गाइड के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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