प्रशांत किशोर ने तेजस्वी को दिया ‘वॉकओवर’? राघोपुर से नहीं लड़ेंगे चुनाव, इस चेहरे को मिला सिम्बल
Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जन सुराज पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है. प्रशांत किशोर अब खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे. राघोपुर से उनके नाम की अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी. ने चंचल सिंह को प्रत्याशी घोषित कर दिया है, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है
Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. पहले यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे राघोपुर सीट से मैदान में उतर सकते हैं, लेकिन अब उन सभी अटकलों पर विराम लग गया है. जन सुराज पार्टी ने राघोपुर सीट से अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया है.
प्रशांत किशोर ने उतारा नया चेहरा
पार्टी ने राघोपुर से चंचल सिंह को प्रत्याशी बनाया है. इस निर्णय के साथ ही यह साफ हो गया है कि प्रशांत किशोर अब राघोपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगे. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव को अप्रत्यक्ष रूप से ‘वॉक ओवर’ दे दिया है. यानी राघोपुर में उनके लिए जीत का रास्ता थोड़ा आसान बना दिया है. अब राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में तेजस्वी यादव के सामने जन सुराज का नया उम्मीदवार होगा.
जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिया सिम्बल
जन सुराज पार्टी की ओर से मंगलवार देर शाम राघोपुर प्रत्याशी चंचल सिंह को सिम्बल सौंपा गया. यह सिम्बल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह द्वारा दिया गया. ऐसे परिस्थिति में माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर पूरे बिहार में संगठन विस्तार और रणनीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं.
कौन हैं चंचल सिंह?
अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर चंचल सिंह कौन हैं? 37 वर्षीय चंचल सिंह राजपूत समुदाय से आते हैं और लंबे समय तक JDU के साथ सक्रिय रहे हैं. वे 2014 से 2023 तक JDU के पूर्व प्रदेश महासचिव रह चुके हैं और पार्टी की कई रैलियों के संयोजक भी रहे हैं.
होटल और रियल एस्टेट का बड़ा कारोबार
चंचल सिंह बिहार के बड़े कारोबारियों में गिने जाते हैं. उनका होटल और रियल एस्टेट क्षेत्र में मजबूत बिजनेस नेटवर्क है. वे नमामि गंगे प्रोजेक्ट के ठेकेदार भी रहे हैं और सोनपुर घाट व सिमरिया घाट निर्माण कार्यों से जुड़े रहे हैं. इसके अलावा मायाराम पेठिया और बिदुपुर में उनका मार्केट कॉम्प्लेक्स है. हाजीपुर में उनकी कई इमारतें हैं, जबकि नई दिल्ली में भी होटल व्यवसाय से जुड़े हैं. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि प्रशांत किशोर ने राघोपुर में तेजस्वी यादव के खिलाफ एक प्रभावशाली और रिसोर्स रीच प्रत्याशी को मैदान में उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है.
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