Bihar News: भीषण गर्मी से बढ़ी परेशानी, 21 जिलों में घटने लगा जल स्तर, पीएचइडी ने तेज की तैयारी

बिहार मे गर्मी के कहर से जहां लोग परेशान हैं. 21 जिलों में तेजी से जल स्तर में गिरावट दर्ज हो रही है. पीएचइडी की रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च तक अधिकतर जिलों में पानी का लेवल 2021 की तुलना में घटा है.

By Prabhat Khabar | April 11, 2022 10:18 AM

बिहार मे गर्मी के कहर से जहां लोग परेशान हैं. वहीं, 21 जिलों में तेजी से जल स्तर में गिरावट दर्ज हो रही है. पीएचइडी की रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च तक अधिकतर जिलों में पानी का लेवल 2021 की तुलना में घटा है, लेकिन कुछ जिलों में एक फुट तक पानी का स्तर नीचे चला गया है.

अप्रैल अंत तक जल स्तर में गिरावट हो सकती है

दूसरी ओर, कई जिले ऐसे है, जहां पानी का स्तर 2021 की तुलना में कुछ ही इंच कम है. वरना उनका लेवल एक बराबर हो जायेंगे. इस रिपोर्ट के बाद विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पानी की दिक्कत आने से पहले ही तैयारी पूरी कर लें और उन इलाकों की निगरानी बढ़ा दें, जहां पानी का स्तर मार्च में ही गिर गया है. विभाग का मानना है कि अगर इसी तरह से गर्मी रही, तो अप्रैल अंत तक जल स्तर में और जगहों पर भी गिरावट हो सकती है.

पानी की बर्बादी रोकने के लिए बढ़ायी गयी निगरानी

राज्य सरकार लोगों के घरों तक शुद्ध नल का जल पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रही है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोग पानी की बर्बादी करने से नहीं चूक रहे हैं. पूर्व में हर घर नल के जल से जुड़े लाभुकों को दिनभर में नियम से आठ घंटे पानी दिया जाता था, जिसे घटाने के बाद छह घंटे कर दिया गया है, लेकिन विभाग को मिली सूचना के मुताबिक सभी ग्रामीण इलाकों में पानी की बर्बादी हो रही है. ऐसे में इसको लेकर भी निगरानी बढ़ायी गयी है.

Also Read: Pacs Election: सिवान के आठ प्रखंडों में पैक्स चुनाव का मतदान कल, 18 पैक्सों मे डाले जाएंगे वोट
यह की गयी है व्यवस्था

  • जलापूर्ति योजनाओं में मरम्मत के लिए 4095 पंचायतों में टीम तैनात है.

  • पेयजल की समस्या होने पर 484 जल टैंकर और15 चलंत टैंकर से लोगों तक पानी पहुंचाया जायेगा.

  • गर्मी में जानवरों को पानी मिले, इसके लिए 20 जिलों में 261 कैटल ट्रफ हैं.

  • जिलों में शिकायत कोषांग काम करने लगा है,जहां से हर दिन जलापूर्ति संबंधित शिकायतों का निबटारा होता है.

  • जल स्तर की निगरानी के लिए अधिकारियों की विशेष निगरानी शुरू की गयी है.

Next Article

Exit mobile version