Voter Adhikar Yatra के बीच राहुल-तेजस्वी ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस, बोले- “हम छोड़ेंगे नहीं…”
Voter Adhikar Yatra: राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 8वें दिन अररिया पहुंची हैं. राहुल गांधी और तमाम महागठबंधन के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. प्रेस वार्ता में राहुल ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए, जबकि तेजस्वी यादव ने उसे बीजेपी का कार्यकर्ता बताते हुए विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए. पढ़ें पूरी खबर…
Voter Adhikar Yatra: राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा रविवार को अपने 8वें दिन पूर्णिया से दोबारा शुरू हुई. फिलहाल राहुल की यह वोटर अधिकार यात्रा अररिया पहुंच चुकी है. इस दौरान उनके साथ तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी, माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद हैं. यात्रा के बीच राहुल गांधी और यात्रा में शामिल तमाम महागठबंधन के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को जमकर घेरा. वहीं तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बीजेपी कार्यकर्ता बताया. साथ ही यह दावा किया कि ग्राउंड पर इलेक्शन कमीशन की क्रेडिबिलिटी खत्म हो चुकी है.
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के कार्यकर्ताओं की तरह काम कर रही है. हमलोग ग्राउंड पर जा रहे हैं, वहां चुनाव आयोग की क्रेडिबिलिटी समाप्त हो चुकी है. लोगों के अधिकार को बचाने, वोट के अधिकार की रक्षा करने के लिए राहुल गांधी और हम सब मिलकर यह यात्रा कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने आगे एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बिहार की धरती है. लोकतंत्र की जननी है. सरकार इसे खत्म करना चाहती है. लेकिन, एक-एक बिहारी लोकतंत्र और संविधान को खत्म नहीं होने देगा. चुनाव आयोग बीजेपी के साथ है. जनता इनको छोड़ने वाली नहीं है.
चिराग पासवान को दी शादी करने की सलाह
वहीं चिराग पासवान को लेकर सवाल किये जाने पर तेजस्वी ने कहा कि वे किसी व्यक्ति विशेष के हनुमान हैं. हम पूरे बिहार की जनता के हनुमान हैं. वे बड़े हैं हमसे. हम उन्हें यही सलाह देंगे कि जल्द से जल्द शादी करें. इस बात पर आगे राहुल गांधी ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह बात मेरे लिए भी लागू होती है. दोनों नेताओं की जुगलबंदी यहां देखने को मिली.
राहुल ने कहा, “हम छोड़ेंगे नहीं”
राहुल गांधी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बिहार में हमारी यात्रा सुपर चल रही है. लोग खुद से जुड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम जो वोट चोरी की बात करते हैं, इस बात को बिहार के करोड़ों लोग मानते हैं. इलेक्शन कमीशन का काम सही वोटर लिस्ट देने का होता है. ये काम इन्होंने हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में नहीं किया. हमारा पूरा प्रेशर इलेक्शन कमीशन के व्यवहार को बदलने के लिए है और हम छोड़ेंगे नहीं.
चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल
आगे चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक के माधवापूरा में हमने इलेक्शन कमीशन के सामने डाटा रखा. उसपर आजतक कोई जवाब नहीं मिला. हमने कहा कि एक लाख फर्जी वोटर्स कहां से आए. इसका कोई जवाब नहीं मिला. प्रेस वार्ता करने के पांच मिनट के अंदर हमसे एफिडेविट मांगा गया. EC ने कहा कि अगर एफिडेविट नहीं दिया तो एक्सेप्ट नहीं होगा. राहुल ने आगे कहा कि कुछ दिनों बाद सरकार के अनुराग ठाकुर ने ठीक वैसा ही प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने भी वहीं बातें कही. लेकिन, इलेक्शन कमीशन ने उनसे आजतक कोई एफिडेविट नहीं मांगा. इसी से समझ आता है कि चुनाव आयोग किसके साथ खड़ा है. वहीं बिहार में वोटरों के नाम कटने पर बीजेपी चुप है. एक भी वोटर कटने की शिकायत बीजेपी ने नहीं की है. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और इलेक्शन कमीशन के बीच पार्टनरशिप है.
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